लखनऊ: कोरोना के चलते देश में यलो फीवर वैक्सीन की आपूर्ति नहीं हो सकी. इसके चलते अब स्टॉक खत्म हो गया है. केजीएमयू समेत देशभर के सेंटरों पर वैक्सीनेशन ठप हो गया. लिहाजा, 43 देशों की यात्रा लोगों की फंस गई है.
दरअसल, अफ्रीकी व सेंट्रल-साउथ अमेरिकी देशों में यात्रा से पहले यलो फीवर का वैक्सीनेशन अनिवार्य होता है. इसके लिए देश में लखनऊ के केजीएमयू समेत 52 सेंटर बनाए गए हैं. वहीं, केजीएमयू को यूपी के साथ-साथ उत्तराखंड, झारखंड, बिहार, नेपाल का नोडल सेंटर नामित किया गया. यहां सोमवार, गुरुवार, शनिवार को यलो फीवर का वैक्सीनेशन किया जाता है. वहीं, जनवरी से वैक्सीनेशन ठप है. इसलिए हजारों लोगों की विदेश यात्रा पर ब्रेक लग गया है.
डब्लूएचओ से केंद्र को नहीं मिली वैक्सीन
केजीएमयू के वैक्सीन सेंटर इंचार्ज व एसपीएम विभाग के अध्यक्ष डॉ. जमाल मसूद के मुताबिक यलो वैक्सीन दुनिया के तीन देशों में ही बनती है. यह देश निर्माण कर डब्लूएचओ को वैक्सीन देते हैं. डब्लूएचओ केंद्र सरकार को वैक्सीन देता है. इसके बाद केंद्र सरकार हिमाचल के कसौली की लैब में गुणवत्ता व मानकों की जांच करवाती है. यहां सही पाए जाने पर वैक्सीन सेंटरों को आपूर्ति की जाती है. वहीं, कोरोना की तीसरी लहर आने से डब्लूएचओ को ही वैक्सीन नहीं मिल सकी. जल्द आपूर्ति के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा गया है.
यहां यात्रा से पहले वैक्सीन जरूरी