लखनऊ :यूपी में मंगलवार को 1 लाख 51 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 23 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई. वहीं 15 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में देश के सर्वाधिक 9 करोड़ 10 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 42.3 लोगों की जांच की जा रही है. वहीं लखनऊ में 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी और मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. इसमें अब तक सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वेरिएंट ही पाया गया, जबकि गाजियाबाद में दो लोगों में ओमिक्रोन वेरिएंट पाया गया.
ओमिक्रोन के दो मरीज, 80 हजार निगरानी समिति अलर्ट
स्टेट कोविड सर्विलांस ऑफिसर डॉ. विकास सेंदु के मुताबिक 17 दिसंबर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है. यह महाराष्ट्र से आए थे. विदेश यात्रा या ओमिक्रोन प्रभावित राज्यों से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है. एयर पोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं. इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है. अब तक तीन चरणों में 89 सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए. पहले चरण के 22 सैम्पल में 21 में डेल्टा वेरिएंट मिला. एक सैम्पल खराब निकला. दूसरे चरण के 24 सैम्पल की टेस्ट की गई. इसमें दो में ओमिक्रोन कई पुष्टि हुई.
528 ऑक्सीजन प्लांट शुरू
राज्य में एक्टिव केस की संख्या 211 हो गई. वहीं तीसरी लहर से निपटने की तैयारी जारी है. अस्पतालों में 549 ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम जारी है. इसमें से 530 प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए.