लखनऊ: यूपी में कोरोना का प्रकोप कायम है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से मरीजों की संख्या में कमी आई है. इसका एक कारण टेस्ट की तादाद में आई गिरावट भी है. स्थिति यह है कि सीएम ने जहां रोज चार लाख टेस्ट का आदेश दिया है, वहीं स्वास्थ्य विभाग अब दो लाख टेस्ट प्रतिदिन से भी कम करने लगा.
यूपी में 12 से 23 जनवरी के बीच 2 लाख 30 हजार से 2 लाख 80 हजार तक प्रतिदिन टेस्ट किए गए. इस दौरान 24 घंटे में मरीजों की अधिकतम संख्या 18,554 तक पहुंच गई. साथ ही एक्टिव केस 1 लाख पार हो गए. वहीं, 24 जनवरी को टेस्ट की संख्या घटकर 1 लाख 86 हजार रह गई. लिहाजा, मरीज भी 24 घंटे में घटकर 11,159 रह गए. वहीं, 25 जनवरी को टेस्ट 1 लाख 99 हजार, 290 किए गए. इस दरम्यान 11,583 रोगी पाए गए. वहीं, एक्टिव केसों की संख्या सिमटकर 86 हजार के पास आ गई.
संक्रमण दर में कमी
बुधवार को 24 घंटे में 2 लाख 14 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 10,937 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई. इतने केस एक दिन में मई में मिले थे. वहीं, 17,074 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में देश में सर्वाधिक 9 करोड़ 85 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है.
यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं, 90 फीसदी से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया। वहीं, तीसरी लहर में 90 फीसदी ओमीक्रोन वैरिएंट पाया जा रहा है. अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11 फीसदी थी. वहीं, मंगलवार से घटकर 6.59 फीसदी हो गई है.
अब तक 359 ओमीक्रोन के मरीज मिले
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है. यह महाराष्ट्र से आए थे. वहीं, 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमीक्रोन वैरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. चार जनवरी को 23 मरीज मिले. अब तक कुल 526 सैम्पल की जीन सीक्वेंसिंग की गई. इसमें 359 ओमीक्रोन के मरीज पाए गए हैं. यूपी में विदेश यात्रा व अन्य राज्य से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है. एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं. इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है. अब हर भर्ती मरीज का भी जीन सीक्वेंसिंग टेस्ट होगा. ज्यादातर में डेल्टा वैरिएंट ही पाया जा रहा है. वहीं, निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों की निगरानी रखें. रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारन्टीन करने के निर्देश जारी किए गए. गांव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया.