लखनऊ: यूपी में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है. शुक्रवार सुबह 7200 नए केस पाए गए. वहीं फाइनल रिपोर्ट दोपहर बाद आएगी. इसके अलावा संक्रमितों के अस्पताल भर्ती, आइसोलेशन की गाइड लाइन के बाद अब कोरोना टेस्टिंग की भी नई गाइड लाइन आएगी. इसमें मरीज के संपर्क में आए लक्षण विहीन व्यक्ति का टेस्ट अनिवार्य नहीं होगा. आईसीएमआर के अन्य नियमों को भी गाइड लाइन में शामिल किया जाएगा.
यूपी में गुरुवार को 2 लाख 55 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 14,765 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई. इतने केस एक दिन में मई में मिले थे. इस दौरान 6 मरीजों की जान चली गई. वहीं 1070 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में देश में सर्वाधिक 9 करोड़ 55 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है.
यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. इसमें अब तक सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वेरिएंट ही पाया गया.
अब तक 275 ओमीक्रोन के मरीज
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई थी. यह महाराष्ट्र से आये थे. वहीं 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमीक्रोन वेरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. चार जनवरी को 23 मरीज मिले. अब तक कुल 275 ओमीक्रोन के मरीज पाए गए हैं. यूपी में विदेश यात्रा व अन्य राज्य से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है.
एयर पोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं. इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा. ज्यादातर में डेल्टा वेरिएंट ही पाया जा रहा है. वहीं निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों की निगरानी रखें. रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारन्टीन करने के निर्देश जारी किए गए. गांव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया है.