लखनऊ :उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश में फिर से कोरोना के मेगा कैंप शुरू करने जा रही है. 6 सितंबर से पूरे प्रदेश भर में रिकॉर्ड तोड़ कोरोना वैक्सीन लगाने की योजना बना रही है. दरअसल, राज्य में पहले चार से पांच लाख लोगों को रोज वैक्सीन लगाई जाती थी. जून के दूसरे सप्ताह से हर रोज 6 लाख टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया. वहीं 21 जून से हेल्थ टीम द्वारा सात लाख से साढ़े आठ लाख तक रोज डोज लगाना शुरू किया. ऐसे में जून में एक करोड़ डोज लगाने का लक्ष्य 24 दिन में हासिल कर लिया गया. जुलाई में हर रोज 10 लाख डोज लगाने का लक्ष्य तय किया गया. मगर, केंद्र सरकार से पर्याप्त मात्रा में डोज नहीं मिली. ऐसे में हर रोज 10 लाख वैक्सीन नहीं लग पाईं.
वहीं 3 अगस्त को मेगा कैम्प लगाए गए. शहर से लेकर गांव तक ऑन द स्पॉट पंजीकरण कर टीकाकरण किया गया. इस दौरान 29 लाख 50 से अधिक को टीका लगाया गया. ऐसे में एक दिन में सर्वाधिक 29 लाख टीका लगाने का रिकॉर्ड बना. वहीं 16 अगस्त को 23 लाख 67 हजार से अधिक को टीका लगाया गया. 27 अगस्त को 'बिग वैक्सीनेशन डे' मनाया गया. इसमें 11 हजार से ज्यादा केंद्र बनाए गए. इसमें अब तक की एक दिन में सबसे अधिक 30 लाख 686 डोज लगाने का रिकॉर्ड बना. ऐसे में अगस्त माह में दो करोड़ डोज लगाने का टारगेट पूरा हो गया. अब 6 सितम्बर को फिर से ऑन द स्पॉट पंजीकरण कर वैक्सीन लगाई जाएगी. एसीएमओ लखनऊ ने बताया की राजधानी में एक लाख के करीब डोज लगाई जाएंगी. वहीं प्रदेश में तीस लाख से अधिक डोज लगेंगी.
9 लाख को लगा टीका
प्रदेश में बुधवार को 4 हजार 724 बूथ बनाए गए. इसमें 4,105 सरकरी व 117 प्राइवेट बूथ रहे. इन पर 9 लाख को टीका लगाया गया. अब तक कुल 7 करोड़ 40 लाख 95 हजार से अधिक लोगों को डोज लग गई है.
कब कितनी लगीं डोज
6 जुलाई | 10 लाख 3 हजार 425 डोज |
24 जुलाई | 10 लाख 6 हजार 68 डोज |
3 अगस्त | 29 लाख 50 हजार डोज |
16 अगस्त | 23 लाख 67 हजार डोज |
27 अगस्त | 30लाख 680 डोज |
31 अगस्त | 15 लाख 64 हजार डोज |
कोरोना के 19 मरीज, सात सितंबर से बुखार के मरीजों की खोज
राज्य में कोरोना के संक्रमण में कमी आ रही है. बुधवार को 19 मरीज पाए गए. वहीं 64 जिलों में पिछले 24 घंटे में एक भी मरीज नहीं मिले. इसके अलावा सात सितम्बर से 16 सितम्बर तक बुखार के मरीजों की घर-घर खोज का अभियान चलेगा.
उत्तर प्रदेश में बुधवार को 24 घंटे में दो लाख 8 हजार से अधिक कोरोना सैम्पल टेस्ट किए गए. इस दौरान 19 नए मरीज मिले. 20 मरीज डिस्चार्ज किए गए. साथ ही इलाज के दरम्यान दो मरीजों की जान चली गई. देश में सर्वाधिक यूपी में सात करोड़, 25 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 42.3 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट किए जा रहे. इसमें अब तक सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया.
250 एक्टिव केस
बुधवार को 250 एक्टिव केस रह गए. यह आंकड़ा गत वर्ष मार्च का रहा है. वहीं तीसरी लहर से निपटने की तैयारी जारी है. अस्पतालों में 357 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. वहीं 50 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं.