लखनऊ :उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी की क्या रणनीति होगी और पार्टी इन सभी सीटों पर कैसे चुनाव लड़ेगी. इसकी जिम्मेदारी पार्टी ने वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सदस्य अविनाश पांडेय को प्रभारी बनाकर उन्हें जिम्मेदारी सौपी गई है. उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाए जाने के बाद अविनाश पांडेय शनिवार को पहली बार लखनऊ पहुंचे. लखनऊ एयरपोर्ट पर कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. इसके बाद वह सीधे हनुमान सेतु स्थित हनुमान मंदिर पहुंचे. यहां पर माथा टेकने के बाद वह वीवीआईपी गेस्ट हाउस में प्रदेश सचिवों के साथ बैठक की. बैठक के बाद उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए उत्तर प्रदेश में पार्टी संगठन को मजबूत करने बीजेपी के हिंदुत्व के एजेंडे आदि प्रमुख मुद्दों पर कांग्रेस की रणनीति पर अपनी बात रखी.
सवाल : उत्तर प्रदेश में संगठन को लेकर बड़ी चुनौती है इसको लेकर आपकी क्या प्राथमिकताएं हैं?
जवाब : उत्तर प्रदेश में संगठन काफी चुस्ती के साथ में खड़ा है और इसके ऊपर में काफी हमारे यहाँ के कार्यकर्ता उत्साहित है. संगठन के सशक्तिकरण के लिए आने वाले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के भारत छोड़ो न्याय यात्रा है उसकी तैयारी के लिए, यात्रा जो यूपी जोड़ो यात्रा की आज समापन हो रही है. इसका संदेश पूरे प्रदेश एक प्रदेश के अंदर गया है जहां पर किसानों की समस्याओं को लेकर युवाओं की समस्याओं को लेकर और और जिस लोन ऑर्डर की सिचुएशन को लेकर लोग बोले ही कितना काहे की उत्तर प्रदेश में सब ठीक है लेकिन लोग कुछ भी कहे जितना अन्याय व अत्याचार गरीबों, किसानों व दलितों और कमजोर लोगों पर हो रहा है. इन सब लोगों का संदेश जो है जो राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पूरे देश को दिया. उसी संदेश को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता हर जिलों में जाएगा और आने वाली यात्रा के साथ-साथ लोगों के जन जागरण का काम करेगा.
सवाल : बीजेपी के राम मंदिर और हिंदुत्व के मुद्दे की चुनौती का कांग्रेस कैसे सामना करेगी?
जवाब : कांग्रेस को भाजपा से मुकाबला की जरूरत नहीं है. भगवान राम सबके हृदय में बसे हुए हैं. पूरे देश हर व्यक्ति और हर बच्चे के दिल में राम बसे है. राम मंदिर बने की कांग्रेस को बहुत खुशी है और जो मंदिर बन रहा है वह बहुत अच्छी बात है. पर जो इसका राजनीतिकरण हो रहा है वह दुर्भाग्यपूर्ण है. उसका प्रयोग समाज के अंदर में ध्रुवीकरण के लिए प्रयोग किया जाए यह समाज के लिए अच्छा नहीं है. यूपी कांग्रेस के नेता भी अयोध्या जाएंगे और रामलला के दर्शन करेंगे.