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यूपी में कोरोना से बचाव के लिए छोटे जिलों को 3 और बड़े जिलों को मिलेंगे 5 करोड़

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा की. इस दौरान सीएम ने कहा कि राज्य के 25 लाख से कम जनसंख्या वाले जिलों को तीन करोड़ और 25 लाख से अधिक आबादी वाले जिलों को पांच करोड़ रुपये का बजट उपलब्ध कराया जाएगा.

अवनीश अवस्थी और अमित मोहन प्रसाद.
अवनीश अवस्थी और अमित मोहन प्रसाद.

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Published : Jul 30, 2020, 8:26 PM IST

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 से प्रभावित व्यक्तियों को सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि इसके लिए धन की कमी नहीं होनी चाहिए. जिलों में इसके लिए अतिरिक्त धनराशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं. राज्य के 25 लाख से कम जनसंख्या वाले जिलों को तीन करोड़ रुपये और 25 लाख से अधिक आबादी वाले जिलों को पांच करोड़ रुपये उपलब्ध कराए जाएंगे.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर कोविड-19 के उपचार को सुदृढ़ करने के लिए इस धनराशि का उपयोग जिला अधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी की कमेटी की संस्तुति पर किया जाएगा. अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति को कोविड चिकित्सालयों में बेड उपलब्ध होना चाहिए. एल-2 और एल-3 अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बेड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. सभी कोविड-19 अस्पतालों में सीनियर डॉक्टरों द्वारा राउंड लिया जाए. कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन सहित सभी बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ अस्पताल की श्रेणी के आधार पर वेंटिलेटर की भी व्यवस्था की जाए. होम आइसोलेशन के मरीजों की मीटिंग के लिए तकनीक का उपयोग किया जाए. अवनीश अवस्थी ने कहा कि मेडिकल टेस्टिंग में और वृद्धि की जाए. हर दिन एक लाख से अधिक टेस्ट निरंतर किए जाएं. अवनीश अवस्थी ने बताया कि आरटीपीसीआर से 40 हजार और रैपिड एंटीजन टेस्ट विधि से 65 हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जाएं.

मुख्यमंत्री ने एसजीपीजीआई के निदेशक को कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, बरेली, झांसी और गोरखपुर के मेडिकल कॉलेजों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम भेजने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि इन जिलों में कोविड उपचार व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए विशेष प्रयास किए जाएं. विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम के भ्रमण के दौरान संबंधित जिले के जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य, सीनियर फैकल्टी, कोविड-19 के प्रभारी डिप्टी सीएमओ तथा वेंटिलेटर संचालक उपस्थित रहेंगे. लखनऊ में आवश्यक समन्वय सुनिश्चित करने के लिए एक टीम के गठन के भी निर्देश दिए गए हैं. यह टीम कोविड अस्पतालों का भ्रमण कर अस्पतालों की चिकित्सा व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त करेगी और आवश्यकतानुसार अन्य प्रबंध भी सुनिश्चित कराएगी.

मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य महानिदेशक को प्रत्येक कोविड अस्पताल के प्रभारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी से एवं महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा को प्रत्येक मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य से निरंतर संवाद बनाए रखने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि कांटेक्ट ट्रेसिंग, डोर टू डोर सर्वे का कार्य तथा कोविड-19 की दृष्टि से संदिग्ध लक्षणों वाले व्यक्तियों के एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था का प्रभावी संचालन जारी रखा जाए. प्रत्येक जिले में L2 कोविड अस्पताल स्थापित किए जाएं. इस कार्य के लिए एक नोडल अधिकारी भी नामित किया जाएगा.

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि कोरोना के 32 हजार 649 एक्टिव केस है. 46 हजार 803 संक्रमित लोग इलाज के उपरांत ठीक हो चुके हैं, संक्रमित मरीजों में से कुल 1587 लोगों की मृत्यु हुई है. इस समय आइसोलेशन वार्ड में 32,652 लोगों को रखा गया है, उनका इलाज चल रहा है. फैसिलिटी क्वॉरेंटाइन में 2938 लोग हैं. इनके सैंपल लेकर जांच करवाई जा रही है. अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि कोरोना के एक्टिव केस में से 7198 अब होम आइसोलेशन में हैं. 1112 प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज करवा रहे हैं, 172 लोग सेमी पेड फैसिलिटी में इलाज करवा रहे हैं. बाकी लोग सरकार की तरफ से की गई L1, L2, और L3 व्यवस्था में इलाज करवा रहे हैं.

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