लखनऊः अर्थ एवं संख्या प्रभाग, राज्य नियोजन संस्थान, उत्तर प्रदेश द्वारा राज्य आय के वर्ष 2019-20 के त्वरित अनुमान स्थिर (2011-12) एवं प्रचलित भावों पर तैयार कर जारी किए गए हैं. ये त्वरित अनुमान प्रचलित एवं स्थायी भावों पर राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय, नई दिल्ली, भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई, रीति विधायन का अनुसरण कर प्रदेश सरकार के विभिन्न सम्बन्धित विभागों द्वारा उपलब्ध कराए गए, अनन्तिम एवं त्वरित आंकड़ों का प्रयोग कर तैयार किए गए हैं.
यूपी के राज्य आय के त्वरित अनुमान जारी, GSDP में वृद्धि के दावे - GSDP में वृद्धि के दावे
उत्तर प्रदेश में राज्य आय के वर्ष 2019-20 के त्वरित अनुमान जारी किए गए हैं. इस अनुमान में यूपी की GSDP में वृद्धि के दावे किए गए हैं.
![यूपी के राज्य आय के त्वरित अनुमान जारी, GSDP में वृद्धि के दावे यूपी की एसजीडीपी.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-10356890-thumbnail-3x2-image.jpg)
अर्थ एवं संख्या निदेशक ने जारी किए अनुमान
अर्थ एवं संख्या निदेशक विवेक ने यह जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2019-20 में स्थिर (2011-12) भावों पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) में 3.8ः की वृद्धि दर अनुमानित की गई है. सकल राज्य घरेलू मूल्यवर्धन (GSVA) में प्राथमिक, द्वितीयक तथा तृतीयक खण्डों की वृद्धि दर क्रमशः 1.9ः, (-)0.5ः, 7.7ः अनुमानित हुई है. निवल राज्य घरेलू उत्पाद ( NSDP) में 3.7ः की वृद्धि दर अनुमानित की गई है.
प्रचलित भावों पर निवल राज्य घरेलू उत्पाद (एनएसडीपी) के संदर्भ में वर्ष 2019-20 की प्रतिव्यक्ति आय रु 65,704 आंकलित हुई है. जो गत वर्ष से 4.9ः की वृद्धि दर को दर्शाता है. वर्ष 2019-20 में प्रचलित भावों पर सकल राज्य मूल्य वर्धन (जीएसवीए) का खण्डवार वितरण इस प्रकार है-(क) प्राथमिक खण्ड-25.3ः (ख) द्वितीयक खण्ड-24.9ःतथा (ग) तृतीयक खण्ड-49.7ः है.