लखनऊ : पहले चरण के नगर निकाय चुनाव को शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को जिलों में तैनात करते हुए प्रेक्षक बनाया है. कुछ जिलों में एक अधिकारी तो कुछ जिलों में दो अधिकारियों को प्रेक्षक बनाया गया है. राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने बताया है कि प्रदेश के 37 जनपदों में प्रथम चरण में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव को स्वतन्त्र, निष्पक्ष, पारदर्शी एवं शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए प्रेक्षकों की तैनाती की गई है. उन्हें निर्देश दिए हैं कि वे अपने सम्बन्धित जनपद में प्रत्येक दशा में आगामी 29 अप्रैल, 2023 को सायंकाल तक अवश्य पहुंचना सुनिश्चित करें. प्रेक्षकों को अपने तैनाती जनपद में पहुंचकर ही नियत तिथि 29 अप्रैल को सायंकाल तक आयोग को सूचना भेजनी होगी.
यूपी निकाय चुनाव के पहले चरण के 37 जिलों में प्रेक्षक नियुक्त, जानिए किसको मिली जिम्मेदारी
राज्य निर्वाचन आयुक्त की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार प्रेक्षक पद पर तैनात वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अपने तैनाती जनपद मुख्यालय पर पहुंचकर मतदान की समुचित तैयारियों के बारे में सम्बन्धित अधिकारियों की बैठक कर आवश्यक जानकारियां आयोग को उपलब्ध कराएंगे. यह भी निर्देश हैं कि तैनात प्रेक्षकों को निर्वाचन क्षेत्रों में भ्रमण कर मतदान सम्बन्धी समस्त तैयारियों का सूक्ष्म निरीक्षण अवश्य करना होगा, ताकि स्वतत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से मतदान हेतु सभी व्यवस्थाएं समय से अवश्य पूर्ण हो जाएं. यह भी निर्देश दिए हैं कि प्रथम चरण के चार मई को होने वाले मतदान के दिन भी निर्वाचन क्षेत्रों में व्यापक भ्रमण कर मतदान को शान्तिपूर्ण, स्वतन्त्र एवं निष्पक्ष ढंग से सम्पन्न कराने हेतु पर्यवेक्षण का कार्य सुनिश्चित करेंगे. यदि कोई गम्भीर समस्या परिलक्षित होती है तो उसे आयोग के संज्ञान में तत्काल लाना अनिवार्य होगा.
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने तैनात प्रेक्षकों को निर्देश दिए हैं कि मतदान समाप्त होने के उपरान्त समस्त निर्वाचन सामग्री स्ट्रांग रूम में रखे जाने के बाद आयोग को अवगत कराकर ही तैनाती जनपद के मुख्यालय को छोड़ेंगे. यदि सम्बन्धित जनपदों में तैनात प्रेक्षकों द्वारा निर्देशानुसार वांछित जानकारी समय से नहीं उपलब्ध कराई जाती है तो नियमानुसार कार्यवाही कराई जाएगी. यदि किसी जनपद में कहीं भी पुनर्मतदान का निर्णय लिया जाता है तो पुनर्मतदान के पश्चात् मतपेटिकाएं स्ट्रांग रूम में रखे जाने के बाद ही आयोग को सूचित कर तैनाती जनपद के मुख्यालय को छोड़ेंगे. यह भी निर्देश हैं कि सम्बन्धित जनपद में स्वतन्त्र एवं निष्पक्ष मतगणना की तैयारियों के बारे में भी सम्बन्धित अधिकारियों की बैठक कर सकुशल मतगणना हेतु समस्त आवश्यक प्रबन्ध सुनिश्चित कराएंगे. मतगणना के दिन मतगणना स्थलों का सतत भ्रमण कर मतगणना का आयोग के निर्देशानुसार पर्यवेक्षण सुनिश्चित करेंगे. आगामी 13 मई को होने वाली मतगणना के समाप्त के उपरान्त ही आयोग को वांछित जानकारियां एवं सूचनाएं उपलब्ध कराने के उपरान्त ही तैनात प्रेक्षक अपने जनपद मुख्यालय छोड़ेंगे.
जनपदों में प्रेक्षक की जिम्मेदारी
-शामली में अंजनी कुमार सिंह, निदेशक, राज्य कृृषि उत्पादन मंडी परिषद
-मुजफ्फरनगर में आर रमेश कुमार, प्रमुख सचिव रेशम विभाग
-सहारनपुर में अनिल कुमार सागर, प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विभाग, आशुतोष कुमार द्विवेदी, विशेष सचिव, लोक निर्माण विभाग
-बिजनौर में मुकेश कुमार मेश्राम, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं सांस्कृृतिक विभाग,
-अमरोहा में नीना शर्मा, निदेशक, प्रशासन एवं प्रबन्धक अकादमी
-मुरादाबाद में मोनिका रानी, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, यमुना एक्सप्रेस वे, सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, अपर श्रमायुक्त कानपुर नगर
-रामपुर में अनिल कुमार-तृतीय, सचिव, श्रम एवं रोजगार
-सम्भल में धनलक्ष्मी के., सचिव, मानवाधिकार आयोग
-आगरा में रणवीर प्रसाद आवास आयुक्त, राजेन्द्र सिंह-द्वितीय, विशेष सचिव, कृृषि उत्पादन आयुक्त शाखा
-फिरोजाबाद में डाॅ. हरि ओम, प्रमुख सचिव समाज कल्याण, महेन्द्र वर्मा, निदेशक आयुष मिशन
-मथुरा में अजय चौहान, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग
-मैनपुरी में नागेन्द्र प्रताप, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, बृज तीर्थ विकास परिषद, मथुरा
-मानवेन्द्र सिंह, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, सुनील कुमार वर्मा, विशेष सचिव, कृृषि उत्पादन आयुक्त शाखा
-जालौन में गौरी शंकर प्रियदर्शी, आयुक्त, ग्राम्य विकास,
-ललितपुर में डा सेन्थिल पाण्डियन सी आयुक्त आबकारी
-कौशाम्बी में अरविन्द कुमार चौहान, उपाध्यक्ष, प्रयागराज विकास प्राधिकरण,
-प्रयागराज में अलोक कुमार-3, प्रमुख सचिव, नियोजन विभाग, कृृतिका शर्मा अपर आयुक्त, उद्योग, कानपुर,
-फतेहपुर में आशुतोष निरंजन, विशेष सचिव, नियोजन, - प्रतापगढ़ में सत्य प्रकाश, अपर आयुक्त, आबकारी,
-उन्नाव में राजेश कुमार, आयुक्त एवं निदेशक, उद्योग कानपुर नगर
-हरदोई में कृष्ण कुमार गुप्ता, विशेष सचिव, माध्यमिक शिक्षा,
-लखनऊ में लीना जौहरी, प्रमुख सचिव, आयुष, राज कुमार-प्रथम, अपर निदेशक, पंचायती
-रायबरेली में कंचन वर्मा, महानिरीक्षक, रजिस्ट्रेशन,
-सीतापुर में डाॅ. इन्द्रमणि त्रिपाठी, उपाध्यक्ष, लखनऊ विकास प्राधिकरण
-लखीमपुर खीरी में शाहिद मंजर अब्बास रिज़वी, सचिव, वित्त विभाग
-गोण्डा में अनिल कुमार मिश्र, रजिस्ट्रार, डा. राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय, लखनऊ
-बहराइच में रणविजय सिंह यादव, अपर आयुक्त, लखनऊ मण्डल,
-बलरामपुर में देवेन्द्र सिंह कुशवाहा, विशेष सचिव, एपीसी ब्रान्च एवं निदेशक यूपी एग्रो,
-श्रावस्ती में विजय किरन आनन्द, प्रभारी महानिदेशक, स्कूली शिक्षा,
-गोरखपुर में सन्दीप कौर, विशेष महिला कल्याण एवं पुष्टाकार विभाग, रमेश चन्द्र शर्मा, अपर आयुक्त, देवीपाटन मण्डल,
-देवरिया में रमाकान्त पाण्डेय, प्रबन्ध निदेशक, शुगर मिल्स फेडरेशन लखनऊ,
-महराजगंज में शिव प्रसाद-1 विशेष सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी,
-कुशीनगर में अनिल कुमार, अपर खाद्य आयुक्त,
-गाजीपुर में जगदीश प्रसाद, सचिव, सूचना आयोग
-वाराणसी में सुभाष चन्द्र शर्मा, प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा विभाग, सत्य प्रकाश पटेल, निदेशक, दिव्यांगजन सशक्तीकरण,
-चन्दौली में प्रमोद कुमार उपाध्याय, निदेशक, पंचायती राज,
-जौनपुर में अभिषेक गोयल, उपाध्यक्ष, वाराणसी विकास प्राधिकरण
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