लखनऊ: यूपी कैबिनेट ने राज्य की पुलिसिंग व्यवस्था के लिहाज से एक अहम फैसला लिया है. अब राजधानी लखनऊ और नोएडा में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू करने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी गई है. इस संबंध में सीएम योगी ने बताया कि लखनऊ में अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारी को पुलिस आयुक्त के रूप में तैनात किया जाएगा. इनके साथ दो जॉइंट कमिश्नर भी तैनात किए जाएंगे, जो आईजी रैंक के अधिकारी होंगे. कानून व्यवस्था के लिए और दूसरे ज्वाइंट कमिश्नर क्राइम की दृष्टि से तैनात किए जाएंगे.
सीएम योगी ने बताया कि इसके अलावा एसपी रैंक के भी अधिकारी तैनात किए जाएंगे और लखनऊ में नौ पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी तैनात किए जाएंगे. पहली बार हम इन सभी क्षेत्रों में इसीलिए यह व्यवस्था देने जा रहे हैं ताकि स्मार्ट एंड सेफ सिटी के रूप में इन शहरों को विकसित किया जाए. साथ ही कहा कि महिला सुरक्षा के लिए खास तौर पर एक एसपी रैंक की महिला अधिकारी की भी तैनाती की जाएगी.
महिला संबंधित अपराधों पर अंकुश की तैयारी
महिला अधिकारी महिलाओं से संबंधित अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने और महिलाओं और बालिकाओं के साथ होने वाले किसी भी प्रकार के अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए काम करेगी. अपराधों की समय पर विवेचना हो, चार्जशीट दाखिल हो और फिर समय कार्रवाई को आगे बढ़ाई जा सके. इस दृष्टि से महिला अधिकारी और एक अन्य अधिकारी की भी तैनाती की जाएगी.
यातायात की बेहतर व्यवस्था के लिए लगाए जाएंगे CCTV
यातायात की दृष्टि से एसपी रैंक और एडिशनल एसपी रैंक के अधिकारी को तैनात किया जाएगा, ताकि शहर की यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाया जा सके. किसी भी प्रकार से यातायात में व्यवधान न उत्पन्न होने पाए, इस लिहाज से भी पुलिस कमिश्नर प्रणाली में अधिकारियों की तैनाती की जा रही है.साथ ही सीएम योगी ने बताया कि यातायात की बेहतर व्यवस्था के लिए सीसीटीवी लगाए जाएंगे. आवश्यकता पड़ने पर ट्रैफिक लाइटिंग की व्यवस्था को आगे बढ़ाया जाएगा. इसके लिए प्रस्ताव तैयार करके इस व्यवस्था को आगे बढ़ाया गया है.