नई दिल्लीः25 मार्च को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के 6 साल और योगी 2 सरकार के 1 साल पूरे हो रहे हैं. इसके लिए यूपी की सरकार कई कार्यक्रमों का आयोजन तो करेगी ही साथ ही सभी जिलों के प्रभारी मंत्री भी बनाए गए हैं और उन्हें कार्य सौंपे गए हैं. योगी 2 सरकार की उपलब्धियों और मुद्दों पर ईटीवी भारत की वरिष्ठ संवादाता अनामिका रत्ना ने उत्तर प्रदेश सरकार में समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण से खास बातचीत की.
असीम अरुण ने बताया कि पिछले छह साल में काफी बड़े बड़े काम हुए हैं. यदि देखा जाए तो सबसे महत्वपूर्ण पिछले एक साल में खासकर सोशल सेक्टर और समाज कल्याण के क्षेत्र में आधार के माध्यम से और डायरेक्ट ट्रांसफर बेनिफिट के माध्यम से उनकी सरकार ने काफी काम किए हैं. जिसमें सरकार द्वारा ये सुनिश्चित किया गया है कि जिन लोगों को पात्रता के हिसाब से जरूरत है, उन्हे सेवाएं मिल सके. उन्होंने कहा कि कार्यों के क्रियान्वयन में अगर कहीं धोखाधड़ी हुई तो उसे दूर करने में भी उनकी सरकार को बहुत बड़ी सफलता मिल पाई है.
फैमिली आईडी से सरकारी योजनाएं को एक प्लेटफार्म पर लाया गयाःअसीम अरुण ने बताया कि एक महत्वपूर्ण सिस्टम इजाद किया गया है, जिसमे एक फैमिली आईडी बनाई गई है. इस फैमिली आईडी के माध्यम से सरकार की जितनी भी कल्याणकारी योजनाएं हैं, उन्हें एक प्लेटफार्म पर लाया गया है और उस आईडी के माध्यम से ये पता किया जाता है कि इस परिवार को कौन कौन सी योजनाओं का लाभ मिल रहा है या और दिया जा सकता है. इस फैमिली आईडी को आधार के माध्यम से लिंक कर ये पता लगाया जाता है कि जरूरतमद लोगों को सरकारी योजनाओं की सुविधा मिल रही हैं या नही. फैमिली आईडी की जरूरत आखिर क्यों पड़ी, इस सवाल समाज कल्याण मंत्री श्री असीम अरुण ने कहा की बंदरबांट तो योगी सरकार के आते ही रोक दिया गया था. इस स्कीम से ऐसे लगभग पांच लाख साथ हजार लोगों की संख्या पता चली जो पेंशन योजना और अंत्योदय योजना दोनो के लिए पात्र थे. इसके बाद सरकार ने तेजी से इस दिशा में काम किया ताकि उन्हें दोनों ही सुविधाएं मिल सकें.