लखनऊ : उत्तर प्रदेश में सरकार के विश्वासपात्र अफसर केंद्र सरकार में बड़े विकल्प तलाश रहे हैं, मगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन अफसरों को हरी झंडी नहीं दे रहे हैं. यूपी के दो आला ऑफिसर केंद्र सरकार में बड़ी भूमिका तलाश रहे हैं. इनमें से दो तो कैबिनेट सेक्रेटरी की पोस्ट पर निगाह जमाए हुए हैं. जबकि कई अन्य भी दिल्ली की राह पर चल रहे हैं. माना जा रहा है कि जो अवसर दिल्ली की रहता है करना चाहते हैं उनको अगर उत्तर प्रदेश से रिलीव कर दिया गया तो निश्चित तौर पर ब्यूरोक्रेसी में बहुत बड़े परिवर्तन देखने को नजर आएंगे. इसीलिए उत्तर प्रदेश सरकार इस मामले में फूंक फूंक कर कदम रख रही है. समय आने पर ही इन अधिकारियों को दिल्ली रवाना किया जाएगा.
उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि सरकार के सबसे निकट के एक आला आईएएस अधिकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने दिल्ली में अपने डेपुटेशन के लिए प्रयास कर रहे हैं. इन अधिकारी के बारे में कहा जाता है कि उत्तर प्रदेश में सट्टा की दूरी इन्हीं के आसपास है. इनके अलावा एक अन्य बड़े अफसर जो कि पूरे उत्तर प्रदेश में अफसर को इधर से उधर तैनात करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. वह भी दिल्ली दरबार की शरण में जाना चाहते हैं. दोनों अधिकारी पहले कुछ साल दिल्ली में सचिव रहने के बाद कैबिनेट सेक्रेटरी बनने की राह पर चलना चाहते हैं. दोनों की गुहार फिलहाल मुख्यमंत्री स्तर पर लंबित है. माना जा रहा है कि इन दोनों बड़े अफसर के दिल्ली जाने के बाद उत्तर प्रदेश में अफसर शाही के परिदृश्य में जबरदस्त बदलाव आ जाएगा.