लखनऊ : बंगाल में चुनाव के बाद हो रही हिंसा के खिलाफ यूपी भाजपा के कार्यकर्ता आज (बुधवार) को धरने पर बैठें है. पार्टी की तरफ से अपने सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं, विधायकों और सांसदों से अपने-अपने घरों में ही धरने पर बैठने को कहा गया है. इस धरने के दौरान उपस्थित कार्यकर्ताओं की संख्या एक बार में 20 से अधिक नहीं होगी. प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह राजधानी लखनऊ में अपने आवास पर धरने पर बैठे हैं, जबकि पार्टी के प्रदेश, क्षेत्र, जिला व मण्डल के पदाधिकारियों समेत जनप्रतिनिधि अपने-अपने घरों पर ममता सरकार के संरक्षण में हो रही हिंसा के खिलाफ धरने पर बैठकर आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं.
बंगाल में हो रही भाजपाइयों की हत्या
प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के संकट की घड़ी में जहां मानव समाज एक दूसरे की जान बचाने के लिए प्रयासरत है, वहीं पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद ममता बनर्जी के संरक्षण में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं, उपद्रवियों व गुंडे भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ लगातार हिंसा, मारपीट, तोड़फोड़, आगजनी कर रहे हैं. इसमें बड़ी संख्या भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याएं की जा रही हैं. भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं, उनके घरों व प्रतिष्ठानों तथा पार्टी कार्यालयों को तृणमूल कांग्रेस के संरक्षण में चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है.
नड्डा के आह्वान पर धरना
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की इस गुंडागर्दी में हजारों पार्टी कार्यकर्ता घायल हुए हैं. कई लोगों की हत्याएं कर दी गई हैं. तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं की यह कार्रवाई लोकतंत्र के नाम पर कलंक है. इसके विरोध में भारतीय जनता पार्टी आज पूरे प्रदेश में धरना दे रही है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आह्वान पर देश मे आयोजित किये जा रहे धरना-प्रदर्शन का यह आयोजन प्रत्येक मंडल में किया जा रहा है. इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया जा रहा है. धरने के दौरान एक समय में 20 से अधिक लोगों को रहने से मना किया गया है.
कोविड प्रोटोकॉल का कर रहे पालन
उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के कारण लागू कोरोना कर्फ्यू को दृष्टिगत रखते हुए पार्टी के सभी पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि अपने-अपने घरों पर धरने पर बैठे हैं. यह धरना तृणमूल कांग्रेस द्वारा लोकतंत्र पर हमले और भाजपा कार्यकर्ता की हत्या, उन पर हमले के खिलाफ है.