लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बीएड कॉलेजों में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों को फिलहाल नतीजों और काउंसलिंग के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है. परीक्षा केंद्रों के स्तर पर हुई गड़बड़ी के कारण जहां नतीजे तैयार करने में दिक्कतें सामने आ रही हैं तो वहीं अभी तक प्रदेश के कई राज्य विश्वविद्यालयों की ओर से अंतिम वर्ष के परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किए गए. ऐसे में काउंसलिंग प्रक्रिया में देरी होना तय है.
उत्तर प्रदेश में संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा 2021 का आयोजन बीते 6 अगस्त को किया गया था. प्रदेश भर में इस परीक्षा के लिए 1,476 केंद्र बनाए गए थे. परीक्षा के लिए 5.91 लाख अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था. 5.32 लाख अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल हुए. परीक्षा OMR शीट पर हुई थी. सारी गड़बड़ी परीक्षा के बाद शुरू हुई.
परीक्षा के बाद केंद्रों के स्तर पर चूक होने की बात सामने आई है. असल में, परीक्षा के दौरान अभ्यर्थी की तरफ से भरी जाने वाली OMR शीट और उसकी डुप्लीकेट कॉपी होती है. व्यवस्था यह है कि OMR की ओरिजिनल कॉपी विश्वविद्यालय को जांचने के लिए भेजी जाती है तो वहीं डुप्लीकेट कॉपी संबंधित जिले की ट्रेजरी में रखवा दी जाती है. प्रयागराज, बलिया समेत प्रदेश के कई जिलों पर बने केंद्रों से डुप्लीकेट कॉपी विश्वविद्यालय को जांचने के लिए भेज दी गई है, जिसके चलते नतीजे तैयार करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. प्रवेश समन्वयक प्रोफेसर अमिता वाजपेई ने बताया कि नतीजे तैयार कर रही एजेंसी की तरफ से ऐसे केंद्रों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जाती है और उनसे संपर्क करके संबंधित जिले की ट्रेजरी से ओरिजिनल कॉपी मंगाई जा रही है.