लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सरकारी और सहायता प्राप्त बीएड कॉलेजों में छूटे हुए अभ्यर्थियों को दाखिला लेने का एक और मौका दिया गया है. वो अभ्यर्थी जिन्हें प्रथम काउंसलिंग में पूर्व के किसी भी चरण में सहायता प्राप्त अथवा सरकारी महाविद्यालयों/विश्वविद्यालयों में सीट आवंटित हुई थी और वो किन्हीं कारणों से अपना सीट कन्फर्मेशन शुल्क अब तक जमा नहीं कर पाये हैं, उन अभ्यर्थियों के हित में सीट कन्फर्मेशन शुल्क जमा करने की तिथि 30 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दी गई है.
आपको बता दें कि लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से सोमवार को यह निर्देश जारी किए गए हैं. लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि कई अभ्यर्थियों की ओर से उठाई गई मांग को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में चल रही पूल काउंसलिंग के लिए पंजीकरण व 'च्वाइस-फिलिंग' की प्रक्रिया 26 अक्टूबर तक चलेगी. अभ्यर्थी 26 अक्टूबर को शाम छह बजे तक पूल काउंसलिंग के लिए पंजीकरण व रात बारह बजे तक 'च्वाइस-फिलिंग' कर सकते हैं.
इनको मिला पूल काउंसलिंग में शामिल होने का मौका-
डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि इस पूल काउंसलिंग में वो सभी अभ्यर्थी भाग ले सकते हैं जिन्होंने मुख्य काउन्सिलिंग में प्रतिभाग नहीं किया है या मुख्य काउंसलिंग में प्रतिभाग किया था लेकिन उन्हें कोई सीट आवंटित नहीं हो सकी है. पूल काउंसलिंग के आवंटन का परिणाम 27 अक्टूबर 2021 को लखनऊ विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर दर्शाया जाएगा. वहीं पूल काउंसलिंग में प्रतिभाग करने हेतु अभ्यर्थियों को पंजीकरण के समय ही 750 रुपए पंजीकरण फीस व 51250 रुपये महाविद्यालय की फीस, ( यानि कुल फीस 52000 रुपये मात्र ) जमा करना होगा. यह फीस इस शर्त के साथ जमा होगी कि यदि उन्हें कोई महाविद्यालय आवंटित होता है तो यह शुल्क उन्हें किसी भी दशा में वापस नहीं किया जायेगा. यदि उन्हें कोई महाविद्यालय आवंटित नहीं होता है तो उन्हें पंजीकरण शुल्क 750 रुपये काट कर शेष शुल्क 51250 रुपए वापस कर दिया जायेगा.