लखनऊ:बांग्लादेशी नागरिकों को भारत का निवासी बनाकर विदेश भेजने का काम करने वाले गिरोह के दो और लोगों को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. एटीएस चीफ के मुताबिक मानव तस्करी करने वाले इस गैंग के दोनों आरोपी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बांग्लादेशी नागरिक को भारत का निवासी बनाकर विदेश भेजने का काम कर रहे थे. आरोपियों के पास से भारी मात्रा में कूट रचित दस्तावेज भी बरामद हुए हैं. इनके पास से 12 पासपोर्ट और 46 हजार रुपये भी बरामद हुआ है. दोनों आरोपियों ने अब तक 100 बांग्लादेशी और म्यामांर नागिरकों को अवैध रूप से भारतीय निवासी बनाकर विदेश भेज चुके हैं.
ATS ने दो मानव तस्करों को किया गिरफ्तार, बांग्लादेशी नागरिकों को फर्जी भारतीय दस्तावेज से भेजते थे विदेश - fake documents
यूपी एटीएस की टीम ने मानव तस्करी गिरोह से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार किया है. यह दोनों आरोपी बांग्लादेशी और म्यामांर नागरिकों को भारत का निवासी बनाकर विदेश भेजने का काम कर रहे थे.
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प्रशांत कुमार ने बताया कि गिरोह के 4 सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसके आधार पर अब इन दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. उन्होंने बताया कि आरोपी समीर मंडल का टूर एंड ट्रैवल कंपनी चलाता था और इसी की आड़ में बांग्लादेशी नागरिकों को भारत लाकर उनको विदेश भेजने का काम कर रहा था. वहीं, विक्रम सिंह पासपोर्ट, वीजा और अन्य दस्तावेज बनवाकर उनको भारत से विदेश भेजने का काम करता था. आरोपियों द्वारा अवैध रूप से लोगों को भारत लाने और फर्जी दस्तावेज तैयार कर उनको मानव तस्करी के जरिए विदेश भेजने का पुख्ता सबूत मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई है.
एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि बांग्लादेशी और म्यांमार के रहने वाले लोगों को भारत लाकर विदेश भेजने वाले इस रैकेट में कई लोग शामिल हैं. जिनका आये दिन परत दर परत खुलासा किया जा रहा है. अब तक इस गैंग के लोगों ने 100 से ज्यादा लोगों को भारत का नागरिक बना कर विदेश भेजने का काम किया है. एडीजी का कहना है कि समीर मंडल और विक्रम सिंह से एटीएस द्वारा पूछताछ में अन्य खुलासे हो सकते हैं.