लखनऊः उत्तर प्रदेश एटीएस टीम ने साइबर इकोनामिक फ्रॉड के मामले में नोएडा से दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया था. पूछताछ के लिए अब चाइनीज भाषा के जानकार दुभाषिए की तलाश में एटीएस जुटी हुई है. क्योंकि पकड़े गए दोनों ही चीनी नागरिक प्री-एक्टीवेटेड सिम का प्रयोग कर रहे थे. वीजा समाप्त होने के बाद भी अवैध तरीके से नोएडा में चीनी कंपनियों के सहयोग से रह रहे थे.
पूछताछ के लिए दुभाषिए की तलाश
आतंक निरोधक दस्ता ने पिछले दिनों फाइबर इकोनॉमिक्स फ्रॉड के मामले में अलग-अलग जगहों से 14 लोगों को गिरफ्तार किया था. उनसे पूछताछ में पता लगा कि इसमें दो विदेशी नागरिक भी शामिल हैं. नोएडा से रविवार को एटीएस ने दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया. पकड़े गए चीनी नागरिक प्री-एक्टिवेटेड सिम का प्रयोग कर रहे थे. एटीएस को करोड़ों रुपये के साइबर फ्रॉड से जुड़े होने की आशंका भी है. एटीएस टीम पूछताछ के लिए 10 दिन की कस्टडी रिमांड की अर्जी कोर्ट में दी है. जिस पर 27 को सुनवाई होनी है. एटीएस को चीनी नागरिकों से पूछताछ के लिए चाइनीज भाषा के जानकार की जरूरत है. क्योंकि दोनों ही चीनी नागरिकों को अंग्रेजी नहीं आती है.
वीजा समाप्त होने के बाद भी रह रहे थे
नोएडा से पकड़े गए चीनी नागरिक पोंछली टैंग ली और जु जुम्फु वीजा समाप्त होने के बाद भी चीनी कंपनियों के अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध रूप से रह रहे थे. एटीएस को इनसे पूछताछ में अहम जानकारियां मिलने की उम्मीद है. जिसके आधार पर करोड़ों रुपये का साइबर इकोनॉमिक्स फ्राड में बड़ा खुलासा हो सकता है.