लखनऊ:UP ATS ने अवैध धर्मांतरण के मामले में लखनऊ जेल में बंद आरोपी मोहम्मद उमर गौतम को हवाले के जरिए रकम भेजने वाले आरोपी सलाउद्दीन को गुजरात के बड़ोदरा से गिरफ्तार कर लिया है. उसे तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया जा रहा है. इस बीच कोर्ट ने धर्मांतरण मामले में पहले गिरफ्तार किए गए मोहम्मद उमर गौतम व काजी जहांगीर आलम की पुलिस कस्टडी रिमांड की अवधि तीन दिनों के लिए बढ़ा दी है. UP ATS ने कोर्ट में इन आरोपियों की रिमांड बढ़ाने की अर्जी डाली थी, जिसे कोर्ट ने बुधवार को मंजूर कर लिया.
UP में अवैध धर्मांतरण: UP ATS ने सलाउद्दीन को गुजरात में दबोचा, उमर गौतम को करता था हवाला से फंडिंग - gujarat
UP ATS को अवैध धर्मांतरण के मामले में बुधवार को एक और सफलता हाथ लगी. ATS कई राज्यों में धर्मांतरण से जुड़े लोगों की तलाश कर रही है. ऐसे में गुजरात से पकड़े गए आरोपी सलाउद्दीन की गिरफ्तारी जांच में अहम साबित हो सकती है.
सोमवार को गिरफ्तार कर जेल भेजे गए इसी गैंग से जुड़े तीन अन्य अभियुक्तों इरफान शेख, मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान और राहुल भोला की कस्टडी रिमांड पर गुरुवार को कोर्ट में सुनवाई होगी. इस बीच ATS ने बुधवार को चौथे अभियुक्त सलाउद्दीन को बड़ोदरा से गिरफ्तार कर लिया. सलाउद्दीन और उमर गौतम के बीच फंडिंग का कनेक्शन सामने आया है. अब उसे लखनऊ लाकर पूछताछ की जाएगी.
धर्मान्तरण मामले में ATS ने की अब तक छह की गिरफ्तारी
विदेशी फंडिंग और अन्य संदिग्ध स्रोतों से धन हासिल कर अवैध तरीके से धर्मांतरण कराने वाले गैंग के उमर गौतम व काजी जहांगीर आलम को ATS ने 20 जून को गिरफ्तार किया था. अभी तक धर्म परिवर्तन के मामले में सलाउद्दीन को लेकर छह लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. कस्टडी रिमांड के दौरान पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर एटीएस ने सोमवार को और तीन अभियुक्तों इरफान शेख, मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान व राहुल भोला को गिरफ्तार किया. तीनों फिलहाल जेल में हैं. रिमांड मिलने के बाद इन तीनों से भी पूछताछ होगी.
इरफान से कई अहम जानकारी मिलने की उम्मीद
मन्नू यादव खुद ही मूक बधिर है. धर्म परिवर्तन करने के बाद वह भी इस गिरोह का हिस्सा बन गया था. एटीएस को इरफान से कई अहम सूचनाएं मिलने की उम्मीद है. वहीं, धर्मांतरण से संबंधित कुछ और मामलों की जांच एटीएस अपने हाथ में ले सकती है. इस समय प्रदेश के 32 जिलों में अवैध धर्मांतरण से संबंधित जांच चल रही है. इन्हीं में से कुछ गंभीर मामले एटीएस अपने हाथ में लेने पर विचार कर रही है. यह गैंग हवाला के जरिए भी पैसे का लेन-देन करता रहा है.