लखनऊ: एटीएस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार सरफराज अली जाफरी साल 2016 से सह आरोपी कलीम सिद्दीकी के ग्लोबल पीस सेंटर का कार्य देख रहा है. ग्लोबल पीस सेंटर जोकि कलीम सिद्दीकी द्वारा संचालित संस्था है. जिसका प्रमुख कार्य धर्मांतर संबंधित गतिविधियों का संचालन करना है. सरफराज जाफरी द्वारा ग्लोबल पीस सेंटर के अतिरिक्त ह्यूमैनिटी फॉर ऑल न्यू दिल्ली नामक संस्था के नाम पर कथित तौर पर सामाजिक कार्यों की आड़ में अवैध धर्मांतरण की गतिविधियां संयोजित करने के संबंध में भी तत्व पाए गए हैं. जिस के क्रम में संकलित साक्ष्यों के आधार पर संदिग्ध पाए गए. सरफराज अली जाफरी को पूछताछ के लिए आदेश अंतर्गत 160 सीआरपीसी के तहत 29 सितंबर को निर्गत किया गया था. सरफराज अली ग्लोबल पीस सेंटर के पास बाटला हाउस जामिया नगर नई दिल्ली में रहता था.
एटीएस की मानें तो आरोपी सरफराज अली जाफरी ग्लोबल पीस सेंटर के मैनेजर के तौर पर सह आरोपी कलीम सिद्दीकी के दाइयों के माध्यम से भेजे गए, व्यक्तियों को गैर धर्म के बारे में बताना तथा विभिन्न प्रलोभन देकर अवांछित प्रभाव का प्रयोग कर इस्लाम में धर्मांतरण कराते हुए उनके धर्मांतरण संबंधित दस्तावेज तैयार करने का काम करता था. धर्मांतरण के बाद तरबीयत और धर्मांतरण व्यक्ति की नई धार्मिक पहचान, नौकरी, शादी और अन्य माध्यमों से सामाजिक तौर पर स्थापित करने का काम भी देखते था. इसके लिए आरोपी सरफराज और कलीम सिद्दीकी पैसे भी उपलब्ध कराता था.
एटीएस का कहना है कि धर्मांतरण मामले में देश-विदेश से आई हुई फंडिंग से अवैध धर्मांतरण संबंधित कार्यों के संचालन में आरोपी सरफराज जाफरी की प्रमुख भूमिका पाई गई है. आरोपी सरफराज जाफरी के मोबाइल फोन से ऐसे साक्ष्य प्राप्त हुए हैं, जिससे आरोपी द्वारा धर्मांतरण के कार्य का मासिक एजेंडा विस्तृत तौर पर निर्धारित करने और गतिविधियां संचालित किए जाने का विवरण मौजूद है. जिसके अनुसार दावती कैंप, दावती गस्त, दावत यानी धर्मांतरण के लिए स्थान चिन्हित करना, धर्मांतरण के लिए चिन्हित स्थानों के लिए दाई यानी धर्मांतरण में लगे प्रचारक आवंटित करने का साक्ष्य मिला है.