लखनऊ: यूपी विधानसभा के मानसून सत्र से पहले समाजवादी पार्टी का साथ छोड़कर दोबारा भाजपा के साथ आए सुभासपा चीफ ओमप्रकाश राजभर ने दावा किया था कि वो सदन में इस बार मंत्री की हैसियत से बैठे नजर आएंगे. सत्र खत्म हो गया लेकिन वो मंत्री नहीं बन पाए. अब शीतकालीन सत्र शुरू हो गया लेकिन, ओपी राजभर का मंत्री बनने का सपना पूरा होता नहीं दिख रहा है. ऐसे में राजभर को सदन के अंदर और बाहर समाजवादी पार्टी के तंज भरे तीरों का सामना करना पड़ सकता है.
यूपी विधानसभा चुनाव के बाद सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने एनडीए का साथ पकड़ा और दावा किया कि वो जल्द ही मंत्री बनेंगे. उन्होंने तो कई बार अपने मंत्री पद की शपथ की तारीख का भी ऐलान कर दिया था. पहले मानसून सत्र, फिर नवरात्रि और धनतेरस और आखिर में शीतकालीन सत्र से पहले राजभर ने खुद के मंत्री बनने का ऐलान कर दिया था.
अब मंगलवार से शीतकालीन सत्र की शुरुआत हो गई है, लेकिन भाजपा खेमे में राजभर के मंत्री बनने की सुगबुगाहट तक नहीं दिख रही है. यही वजह है कि अब ओपी राजभर का धैर्य जवाब भी देता दिख रहा है, जिसके चलते बीते दिनों उन्होंने मीडिया से बात करते हुए यहां तक कह दिया था कि, सभी नेता, जिसमें वह खुद शामिल है दो मुंह सांप होते हैं. कभी भी किसी दल में जा सकते हैं.