लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का समापन महज तीसरे दिन ही हो गया. 17 दिसम्बर की सुबह 11 बजे शुरू हुई विधानसभा की कार्रवाई 19 दिसम्बर को सुबह 11:30 बजे स्थगित हो गई. इन तीन दिनो में सदन की कुल समयावधि सात घंटे 37 मिनट रही, जिसमें तीन घंटे 11 मिनट विधानसभा का सदन स्थगित रहा. वहीं चार घंटे 26 मिनट निर्वाध रूप से विधानसभा की कार्यवाही चली. यह सत्र 20 दिसम्बर तक चलना था, लेकिन समय से पहले ही सदन स्थगित किए जाने को लेकर सरकार ने विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया है.
सदन स्थगित करने का कारण विपक्ष का गैर जिम्मेदाराना बर्ताव
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि हमने सदन चलाने की पूरी कोशिश की, लेकिन विपक्ष के गैर जिम्मेदाराना बर्ताव के चलते सदन स्थगित करना पड़ा. संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि नागरिकता कानून के साथ ही कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष ने पहले दिन से ही हंगामा शुरू कर दिया, जिस पर सरकार ने विपक्ष के सवालों का जवाब दिया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में इस विषय पर अपनी बात रखते हुए हर प्रश्न का जवाब दिया. बावजूद इसके गुरुवार को उसी मुद्दे पर विपक्ष हंगामा कर रहा था.