लखनऊ: विधानसभा मानसून सत्र में विपक्ष ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार की जमकर घेराबंदी की. वहीं योगी सरकार ने करीब 13 हजार करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया. विपक्ष के हमलों के जवाब में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सदन में दो घंटा पांच मिनट का लंबा भाषण चर्चा में रहा. योगी ने अपने भाषण के माध्यम से सरकार का पक्ष रखा तो विपक्ष पर पलटवार भी किया. मानसून सत्र में सदन की कार्यवाही 25 घंटे 39 मिनट चली.
विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
13 विधेयक हुए पास
प्रदेश के निजी 27 विश्वविद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने एवं एकरूपता लाने के लिए उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय विधेयक 2019, उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा अधिकरण विधेयक 2019, इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय का नाम बदलने हेतु उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक 2019 समेत कुल 13 महत्वपूर्ण विधेयक पारित कराए गए. कई सदस्यों ने विधायकों के प्रस्तुतिकरण और विधि निर्माण में हिस्सा लिया.
25 घंटे 39 मिनट चली सदन की कार्यवाही
उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने शुक्रवार को सत्र की समाप्ति पर सदन के सदस्यों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि सभी दलीय नेताओं और सदस्यों ने सारगर्भित चर्चा की. विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि सत्र में सात उपवेशन हुए. सदन की कार्यवाही 25 घंटे 39 मिनट चली. तीन घंटे तीन मिनट बाधित रही. प्रथम दिन को छोड़कर अन्य दिनों में सत्र में व्यवधान नहीं हुआ. 22 जुलाई को दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित एवं गोवा के भूतपूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पारिकर को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई.
कुल 277 याचिकाएं सदन में की गईं प्रस्तुत
इस सात दिन के उपवेशन में अल्प सूचित प्रश्न 139, तारांकित प्रश्न 1092, तारांकित प्रश्न 1553 प्राप्त हुए. इसी प्रकार से वक्तव्य मांगने वाले नियम 51 के अंतर्गत 565 सूचनाएं प्राप्त हुई. सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए नियम 301 की 373 सूचनाएं प्राप्त हुई. नियम 56 के अंतर्गत लोक महत्व के विषयों पर कार्य स्थगन की 38 सूचनाएं प्राप्त हुई.
सदन में सभी ने दिया महत्वपूर्ण योगदान
नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी समेत संपूर्ण विपक्ष ने विभिन्न प्रकार के जन्म महत्व के प्रश्नों को उठाया. अनुपूरक बजट पर विस्तार से अपना पक्ष रखा. अध्यक्ष ने नेता बहुजन समाज पार्टी लालजी वर्मा, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता अजय कुमार लल्लू, अपना दल के नेता नील रतन पटेल, भारतीय सुहेलदेव पार्टी के नेता ओमप्रकाश राजभर सहित सभी दल के नेताओं के सहयोग की भी प्रशंसा की. संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना समेत अन्य मंत्रियों ने विपक्ष की तरफ से उठाए गए मुद्दों पर उत्तर दिए.