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यूपी में जन आशीर्वाद यात्रा के सारथी बनेंगे मोदी के मंत्री, बढ़ाएंगे सियासी तापमान

पिछले दिनों में मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हुए 7 नए मंत्री उत्तर प्रदेश में जन आशीर्वाद यात्रा निकालेंगे. इस दौरान मंत्री जनता के बीच जाकर उनसे संवाद करेंगे और भाजपा सरकार की उपलब्धियों के साथ विपक्ष दलों की कमियों को उजागर करेंगे.

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Published : Aug 12, 2021, 6:49 PM IST

Updated : Aug 12, 2021, 8:48 PM IST

यूपी में भाजपा निकालेगी जन आशीर्वाद यात्रा.
यूपी में भाजपा निकालेगी जन आशीर्वाद यात्रा.

लखनऊःयूपीविधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) हर स्तर की तैयारी को आगे बढ़ा रही है. इसलिए प्रदेश में संगठन और सरकार के स्तर पर तमाम तरह के कार्यक्रम और अभियान चलाए जाने का फैसला किया गया है. इसी क्रम में पिछले दिन मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हुए यूपी के 7 नए मंत्री 16 अगस्त से जन आशीर्वाद यात्रा के माध्यम से उत्तर प्रदेश का सियासी तापमान बढ़ाएंगे. भारतीय जनता पार्टी 7 नए मंत्रियों की जन आशीर्वाद यात्रा के बहाने एक तरफ जहां जनता से संपर्क और संवाद करेंगी. वहीं, विपक्ष के कामकाज और विपक्ष की नकारात्मक भूमिका को भी जनता तक पहुंचाएगी. जन आशीर्वाद यात्रा निकालते निकलाते हुए मंत्री के साथ भाजपा के कार्यकर्ता उत्तर प्रदेश में जिलों-जिलों में जाकर जनता से संवाद करेंगे.

यूपी में भाजपा निकालेगी जन आशीर्वाद यात्रा.

ये सात नए मंत्री निकालेंगे जन आशीर्वाद यात्रा
राजधानी लखनऊ से सटी मोहनलालगंज लोकसभा क्षेत्र से सांसद कौशल किशोर, महाराजगंज से सांसद पंकज चौधरी, आगरा के सांसद एसपी सिंह बघेल, बदायूं के रहने वाले राज्यसभा सांसद बीएल वर्मा, जालौन से सांसद भानु प्रताप वर्मा, मिर्जापुर से सांसद अपना दल की अनुप्रिया पटेल, लखीमपुर से सांसद अजय मिश्रा मोदी मंत्रिमंडल में उत्तर प्रदेश कोटे से नए मंत्री बनाए गए हैं. इन सभी मंत्रियों को भारतीय जनता पार्टी ने इन सभी सात मंत्रियों को अपने क्षेत्रों के जिलों में जाने के निर्देश दिए हैं. इसके माध्यम से भारतीय जनता पार्टी क्षेत्रीय समीकरण के साथ-साथ जातीय समीकरणों को भी साधने का काम करेगी. अपने जाति समाज के बीच जाकर ये मंत्री बताएंगे कि भारतीय जनता पार्टी किस तरह से उनको व उनके समाज को सम्मानित करने का काम कर रही है. यह सिर्फ भारतीय जनता पार्टी में ही संभव है. जबकि विपक्ष के काम बताकर तुलना करने का काम भी करेंगे.

ये मंत्री यूपी में निकालेंगे जन आशीर्वाद यात्रा.

जातीय समीकरण साधने की तैयारी
इस जन आशीर्वाद यात्रा के माध्यम से जाति समीकरण को दुरुस्त करने को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी रणनीति बनाई है. मंत्री अपने-अपने क्षेत्र के साथ अपने आसपास के जिलों में जाएंगे और जनता से बातचीत करेंगे. महाराजगंज से बीजेपी सांसद पंकज चौधरी पूर्वांचल में भारतीय जनता पार्टी के पुराने नेताओं में से हैं और वह कुर्मी बिरादरी से आते हैं.राजनीति में खासकर पूर्वांचल में कुर्मी बिरादरी का काफी दबदबा है. भारतीय जनता पार्टी कुर्मी समाज के बीच यह संदेश देने की कोशिश करेगी कि कुर्मी समाज के बीच से आने वाले पंकज चौधरी को बड़ी जिम्मेदारी दी मंत्री बनाया. इस प्रकार कुर्मी बिरादरी को साध कर संदेश देते हुए ओबीसी वोट बैंक में बड़े जाति वर्ग वाले कुर्मी समाज को और अधिक लामबंद करने की कोशिश होगी. इसी प्रकार अनुप्रिया पटेल कुर्मी बिरादरी से आतीं हैं और अपना दल (एस) से उनकी भी अपनी पकड़ पूर्वांचल के तमाम जिलों में है. अपना दल से बीजेपी का गठबंधन और उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करके बीजेपी ने कुर्मी बिरादरी को एक बड़ा संदेश देने की कोशिश की है.

ब्राह्मण समाज को पाले में लाने की कोशिश
लखीमपुर खीरी से सांसद अजय मिश्रा ब्राह्मण चेहरे के रूप में अपनी पहचान रखते हैं और अवध के क्षेत्रों में ब्राह्मणों के बीच जब वह जन आशीर्वाद यात्रा निकालते हुए पहुंचेंगे तो यह संदेश देने की कोशिश करेंगे कि भले बीजेपी में ब्राह्मणों की नाराजगी उपेक्षा की कितने भी आरोप लगते रहे हैं. लेकिन भाजपा सबको साथ लेकर चलती है और सबका सम्मान करती है. यही बताने की कोशिश की जाएगी कि बीजेपी ने अजय मिश्र को मंत्री बनाकर समाज को सम्मानित करने का काम किया है.

दलित समाज का चेहरा बनेंगे एसपी बघेल और भानु प्रताप
वहीं, आगरा से सांसद एसपी सिंह बघेल व जालौन से सांसद भानु प्रताप वर्मा दलित समाज से आते हैं. यह लोग दलितों के बीच भारतीय जनता पार्टी की पकड़ और पहुंच को और अधिक मजबूत करने के लिए पहुंचेंगे. लेकर यह लोग अपने समाज के लिए संदेश देने की कोशिश करेंगे कि भारतीय जनता पार्टी में सभी को सम्मान मिलता है. इसके साथ ही भाजपा सरकार द्वारा किए गए कार्यों और विपक्ष के कारनामों को उजागर अपने में लाने की कोशिश करेंगे.

भाजपा से जोड़ने की रणनीति
बदायूं के रहने वाले राज्यसभा सांसद बीएल वर्मा ओबीसी समाज से आते हैं और वह लोधी जाति के हैं. बदायूं के आसपास लोध बिरादरी की संख्या काफी अधिक है. ऐसे में समाज के लोगों को भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में लामबंद करने और उन्हें यह बताने की कोशिश की जाएगी कि बीजेपी ने किस प्रकार से एक सामान्य परिवार से आने वाले बीएल वर्मा को पहले राज्यसभा भेजा फिर उन्हें मंत्रिमंडल में स्थान देकर समाज को सम्मानित करने का काम किया है. इसी प्रकार दलित समाज की पासी जाति से आने वाले मोहनलालगंज से सांसद कौशल किशोर भी अपने समाज के बीच यह बताने की कोशिश करेंगे कि बीजेपी ने किस प्रकार से उन्हें सम्मानित किया और मंत्री बनाया है. अवध क्षेत्र में दलितों के साथ साथ पासी बिरादरी की संख्या काफी अधिक है और इस समाज के लोगों को भारतीय जनता पार्टी के साथ जोड़ने की रणनीति को और आगे बढ़ाने का काम कौशल किशोर करने का काम करेंगे.

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क्या कहते हैं भाजपा प्रवक्ता
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक वर्मा कहते हैं कि जिस प्रकार से विपक्षी दल संसद में व्यवधान करने का काम कर रहे हैं और जनहित के काम से करने से रोकने का काम कर रहे हैं. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी जनता के बीच जाएगी और अपने काम और उपलब्धियां बताने का काम करेगी. विपक्ष की जो नकारात्मक भूमिका है, अड़चनबाजी है, उसको भी जनता को बताएगी. भारतीय जनता पार्टी अपने कामकाज के आधार पर 2022 के विधानसभा चुनाव में जाएगी और सांसद भी लगातार अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ जनता से संपर्क और संवाद करेंगे. 16 अगस्त से उत्तर प्रदेश के मोदी मंत्रिमंडल में शामिल नए सात मंत्री जनता से जन संपर्क करने के लिए जन आशीर्वाद यात्रा निकालेंगे और इसके माध्यम से जनता से आशीर्वाद मांगेंगे.

Last Updated : Aug 12, 2021, 8:48 PM IST

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