विधानसभा में 23 मई को सपा विधायकों के हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई थी. पहले दिन की कार्यवाही राज्यपाल के अभिभाषण से शुरू हुई थी. इसके बाद पूर्व सदस्यों के हुए देहांत पर श्रद्धांजलि दी गई. राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान ही समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने हंगामा किया था और राज्यपाल को अभिभाषण पढ़ने से रोकने की कोशिश की गई थी. सपा विधायकों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही 24 मई दिन मंगलवार को 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी.
मंगलवार को सदन की कार्यवाही में अभिभाषण पर और धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हुई. यूपी विधानसभा के दूसरे दिन दिवंगत नेताओं और देश की लोकप्रिय हस्तियों को श्रद्धांजलि दी गई. इस दौरान भारत रत्न लता मंगेशकर को भी विधानसभा में श्रद्धांजलि दी गई. उनको श्रद्धांजलि देते हुए सीएम योगी ने कहा कि मैं इश्वर से उनकी शांति की कामना करता हूं. उनके परिजनों और शुभचिंतकों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं. सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने भी लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी. सीएम योगी आदित्यनाथ के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी.
सदन की कार्यवाही में विपक्ष ने उठाए सवाल
सदन के नेता प्रतिपक्ष व सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकारी स्कूल में मिलने वाले ड्रेस के पैसे पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि मंत्री मुझे उस दुकान के बारे में बता दें जिसके यहां 1100 रुपये में बच्चों की 2 ड्रेस आ सकें. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि बच्चों की डीबीटी बंद तो नहीं कर दी गई. उन्होंने कहा कि डीबीटी के माध्यम से सरकार हर बच्चों को 1100 रुपये देती है. इस राशि में 2 ड्रेस, 2 जूते, 2 मोजे और किताब-कॉपी मिल पाना बिल्कुल असंभव है.
इसका जवाब देते हुए मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि बच्चों की डीबीटी न बंद करेंगे, न बंद करने का कोई इरादा है. साथ ही साथ हर जिले में ऐसी सुविधा है. तब अखिलेश बीच में ही खड़े हो गए और उन्होंने कहा कि ये तो डबल इंजन की सरकार है, आपको 1000 रुपये वाली ड्रेस बच्चों को देनी चाहिए, क्यों नहीं खरिदवा रहे हैं आप. कार्यवाही के दौरान कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा ने भी विधानसभा में स्कूली बच्चों की ड्रेस और किताब का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि ड्रेस और किताबें बच्चों को समय से नहीं मिल पाती हैं. विधायक आराधना मिश्रा के प्रश्न का जवाब देते हुए बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार 1100 रुपये केवल 2 ड्रेस, 2 जूते, 2 मोजे और बैग के लिए देती है. इसमें किताब और कॉपी शामिल नहीं हैं.
विधानसभा में समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा ने सदन में जल जीवन मिशन के तहत भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया. रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि भाजपा सरकार ने 2017 से 2022 के बीच में जल जीवन मिशन के तहत ऐसी कम्पनी को काम दिया जो उड़ीसा, हिमाचल समेत देश के 9 से ज़्यादा राज्यों में ब्लैकलिस्टेड है. 17,411 करोड़ का ठेका बिना किसी टेंडर के एक बोगस कम्पनी को दिया गया. इसमें सरकार के बड़े-बड़े लोग शामिल हैं. सभी ने पैसा लिया है. इसलिए मैंने सदन में ये मुद्दा उठाते हुए इस मामले की CBI या SIT गठित कर जांच की मांग की है. आखिर किसके दबाव में एक फ्रॉड कम्पनी को इतना बड़ा काम दिया गया, लेकिन मेरे सवाल पर मंत्री जी की तरफ से झूठ बोला गया.
यूपी विधानसभा के दूसरे दिन ऊंचाहार विधानसभा सीट से विधायक मनोज कुमार पांडे ने इस बार छोटे विधानसभा सत्र को लेकर प्रश्न उठाया. उन्होंने कहा कि ये विधानसभा सत्र 23 मई से 31 मई तक होगा. लेकिन, हर साल विधानसभा का तीन सत्रों में मिलाकर 90 दिन का सत्र होता रहा है. पूर्व में करीब हर साल बजट सत्र 30 दिनों का रहा है, ऐसे में ये बजट सत्र भी 30 दिनों का होना चाहिए. सदन में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने राज्यपाल के अभिभाषण पर कहा कि सरकार नई बनी है. लेकिन, सदन के नेता पुराने हैं. नए मंत्री भी बहुत ज्यादा बने हैं. इतनी घटनाएं हो रही हैं. जीरो टॉलरेंस की बात समझ में नहीं आती है. 1090 और डायल 112 के आंकड़े क्या कह रहे हैं बता दें. देश और प्रदेश के आंकड़े देखें तो महिला अपराधों में यूपी सबसे आगे है. प्रदेश सरकार आंकड़े नहीं मान रही है.
प्रयागराज में पूरा का पूरा परिवार खत्म हो गया. अपराधी अभी तक नहीं पकड़े गए.अखिलेश यादव ने कहा कि प्रयागराज में यह पहली घटना नहीं है और भी घटनाएं हो चुकी हैं. सरकार जितनी संवेदनशील होना चाहिए उतनी है नहीं. कहा कि क्या घटना होने के बाद जीरो टॉलरेंस है. घटना न हो उसके लिए सरकार क्या कर रही है. थानों में मारपीट हो रही है. नेता सदन ने कहा कि आप लोग दलाली छोड़ दो तो अधिकारी सुधर जाएंगे. 5 साल तक दलाली चलती रही. लेकिन, नेता सदन को पता नहीं चला. मुझे अच्छा लगा नेता सदन ने सच बोला. सरकार और प्रशासन अपराधियों के साथ खड़ा हो जाएगा तो न्याय कैसे मिलेगा.
पुलिस दबिश करने जाती है कि दबंगई करने. चंदौली में क्या हुआ सबको पता है. यह सरकार नई नहीं है, कंटीन्यूटी की सरकार है. कहा कि जीरो टॉलरेंस पर मैं जानना चाहता हूं. महिलाओं के अपराध कब बंद होंगे.सीएम योगी आदित्यनाथ ने सदन में नेता प्रतिपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि अपराध किसी प्रकार का अक्षम्य है. महिलाओं के अपराधों पर कठोरता से कार्रवाई हो रही है. यह बीजेपी की सरकार है. यहां यह नहीं कहा जाता कि लड़के हैं गलती हो गई है.
गुंडागर्दी जिनका पेशा बन चुका था, उन पर कार्रवाई हुई. बेहतर कानून व्यवस्था पर जनता ने दोबारा सरकार बनाई है. आधी आबादी के समर्थन को मैं सेल्यूट करता हूं. कहा कि सरकार अपराध और अपराधियों पर कार्रवाई जारी रखेगी. एंटी रोमियो स्क्वायड के साथ ही 218 पॉस्को कोर्ट भी सरकार ने बनाएं हैं. देशभर में अपराधों के आंकड़ों के हिसाब से अपराधों के मामलों में भारी गिरावट आई है. उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान में भी पहले व्यापक हिंसा होती थी.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी विधानसभा 2022 के चुनाव में भी कुछ लोगों ने हरकत की थी. कुछ लोगों ने गर्मी दिखाने की बात की और गर्मी शांत हो गई है. पुलिस ने कुछ घंटों के अंदर मामला शांत किया. पहले की सरकार में 700 से ज्यादा अधिक दंगे हुए थे. उन्होंने कहा कि 2017 से 22 के बीच में कोई दंगा नहीं हुआ है. अनावश्यक शोरगुल खत्म हो इस पर हमने काम किया है. एक लाख से ज्यादा माइक हटे या फिर आवाज कम हुई है. पहले हर चीज राजनीति के चश्मे से देखी जाती थी. अलविदा की नमाज भी इस बार सड़क पर नहीं हुई. सभी त्यौहार शांतिपूर्ण मनाए गए हैं.
सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत काम करेगी. जो कानून व्यवस्था पर सवाल नहीं उठा सकते वह कुछ न कुछ षड्यंत्र करेंगे. पुलिस पार्टी के जाने के बाद जितेंद्र यादव नामक युवक ने गोली चलाई थी. पुलिस ने गिरफ्तार किया है. कड़ी कार्रवाई हो रही है.उन्होंने कहा कि सिद्धार्थनगर की ऐसी घटना को कोई छुपा नहीं सकता. सभी तरह की जांच में यह तथ्य सामने आया. पुलिस की गोली से नहीं अवैध असलहे से हत्या हुई है. आप जिम्मेदार हैं ऐसी बात नहीं बोलनी चाहिए. अपराधी कहीं भी हो कोई भी हो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए. इसके बाद सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने सदन में कहा कि मेरे ऊपर हमला किया गया और उल्टे मुकदमा भी मेरे ऊपर दर्ज किया गया.मैंने एसपी डीआईजी और जिलाधिकारी सभी से शिकायत की थी.
घटना के 1 घंटे बाद एसएचओ मौके पर पहुंचा. अपराधियों को छोड़ दिया गया मेरे ऊपर मुकदमा लिख दिया गया. उन्होंने कहा कि मुझे मुकदमे का डर नहीं सच्चाई सामने लाना है. ओमप्रकाश राजभर के आरोप के बाद नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने भी ओमप्रकाश राजभर के पक्ष में मामला उठाया. इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि दोनों पक्षों में विवाद हुआ, जिसके बाद मुकदमा दर्ज हुआ है. कहा कि दोनों पक्षों से मुकदमा दर्ज कराया गया है.