लखनऊ :उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के सरकारी प्राइमरी, ऑफर प्राइमरी स्कूलों में हुई 69,000 शिक्षक भर्ती मामले में चल रहा विवाद बुधवार को अचानक बढ़ गया. 22,000 सीट इस शिक्षक भर्ती में जोड़ी जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी उग्र हो गए. शिक्षक भर्ती के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग लखनऊ स्थित एससीईआरटी कार्यालय के अंदर घुस गए. कार्यालय में घुसकर प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की.
बता दें, कि शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यार्थी लगभग 90 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन कर रहे लोग प्रदेश के बीएड और बीटीसी कॉलेजों से पढ़कर निकले हैं. बीते सप्ताह यह लखनऊ स्थित एससीईआरटी कार्यालय के पीछे बनी पानी की टंकी पर चढ़ गए थे. इस कार्यालय में बेसिक शिक्षा निदेशक समेत विभाग के अन्य अधिकारी बैठते हैं.
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि सरकार बेसिक शिक्षा विभाग के सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापकों के रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती प्रक्रिया शुरू करें. विरोध प्रदर्शन कर रहे अभ्यार्थी कई दिनों तक पानी की टंकी पर भी चढ़े रहे, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. इसी क्रम में बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने एससीईआरटी(SCERT) कार्यालय में घुसकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों को कार्यालय से बाहर निकालने के दौरान पुलिस के साथ जमकर नोंकझोंक हुई.
क्या हैं मांग ?
- उत्तर प्रदेश में 69,000 सहायक शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया चल रही है. ऐसे में इन अभ्यर्थियों की ओर से 22,000 रिक्त पदों को भी इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल किए जाने की मांग उठाई जा रही है.
- प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हजारों B.Ed BTC छात्र बेरोजगार भटक रहे हैं. इन पदों को भर्ती प्रक्रिया में जोड़ने से उन्हें नौकरी पाने का अवसर मिल जाएगा.
- प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यूपी राज्य सरकार ने सुप्रीमकोर्ट में हलफनामा दाखिल किया था कि प्राथमिक शिक्षकों के 51 हजार से अधिक पद रिक्त हैं और जल्द ही भर्ती की जाएगी एवं शिक्षा मित्रों को एक और मौका दिया जाएगा.
- प्रदर्शनकारियों कहना है कि बेसिक शिक्षा विभाग में पिछले 2 वर्षों से कोई नई भर्ती नहीं हुई है, जो 68,500 और 69,000 शिक्षकों की भर्ती हुई है. वह सुप्रीम कोर्ट से शिक्षामित्रों के समायोजन रद्द होने की वजह से हुई है. आरटीआई से प्राप्त डाटा के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में अब भी डेढ़ लाख से ज्यादा पद खाली हैं.
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