लखनऊ: खाकी से खादी का सफर तय करने वाले पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण एक बार फिर चर्चा में है. कन्नौज से बीजेपी प्रत्याशी असीम अरुण के समर्थन में यूपी 112 में तैनात महिला कर्मचारी ने एक वीडियो बनाया है. जिसमें वो असीम की जीत के लिए शुभकामनाएं देती दिख रही है. इस वीडियो को खुद असीम अरुण ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है.
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने पहले ही चुनाव आयोग से मांग की है कि असीम अरुण के साथ पोस्ट रहे अधिकारियों को हटाया जाए ताकि पारदर्शी तरीके से चुनाव कराया जा सके. ऐसे में यूपी 112 के कर्मचारी के इस वीडियो ने एक बार फिर सियासत गर्मा दी है. समाजवादी पार्टी ने वीडियो के सामने आने पर नाराजगी जताई है.
सपा प्रवक्ता फरुखुल हसन चांद ने कहा कि हमने पहले ही ऐसे अधिकारियों को हटाने की मांग की है, लेकिन चुनाव आयोग लगातार हमारी मांगों को अनदेखा कर रहा है. भारतीय जनता पार्टी के नेता और अधिकारी चुनाव आयोग की आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रहें हैं. इसलिए सपा एक बार फिर चुनाव आयोग से मांग करेगी कि जो अधिकारी वीआरएस लेकर चुनाव लड़ रहे है. उन पर कड़ी निगरानी रखें कि वे किसी तरीके से सरकारी कर्मचारी का चुनाव के लिए अनुचित लाभ न उठा पाए.
ये है मामला
दरअसल, पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण ने आचार संहिता लगते ही वीआरएस का ऐलान कर भाजपा ज्वाइन करने की घोषणा की थी. जिसके बाद पार्टी ने उन्हें कन्नौज सीट से प्रत्याशी घोषित किया है. असीम ने आज ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है कि 'आज मुझे व्हाट्सएप पर यह वीडियो किसी ने भेजा..वीडियो में यह युवती महिमा जी हैं, जो यूपी-112 में काम करती हैं और आपात सहायता पहुंचाने में बहुत अहम भूमिका निभाती हैं.. महिमा, आपका बहुत आभार और आपको बहुत शुभकामनाएं..' बीजेपी प्रत्याशी असीम अरुण के इस ट्वीट के बाद सियासी गलियारों में चर्चा का माहौल गर्म है.
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