हैदराबादः मैनपुरी की करहल सीट से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ नामांकन कराने वाले केंद्रीय मंत्री डॉ. एसपी बघेल का राजनीतिक सफर बड़ा ही रोचक है. उन्होंने दरोगा की नौकरी से केंद्रीय मंत्री का सफर तय किया है. चलिए जानते हैं इस बारे में.
सत्यपाल सिंह बघेल यानि प्रो. एसपी सिंह बघेल का जन्म मध्य प्रदेश में हुआ था. वह मूलताः औरैया जिले के भटपुरा के रहने वाले हैं. इनके पिता रामभरोसे सिंह मध्य प्रदेश पुलिस विभाग में तैनात थे. उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा में सब इंस्पेक्टर के तौर पर वह भर्ती हुए थे. इसके बाद वह तत्कालीन सीएम नारायण दत्त तिवारी के सुरक्षा गार्ड बने.
1989 में उन्हें मुलायम सिंह यादव की सुरक्षा का जिम्मा भी मिला. उन्होंने अपनी ईमानदारी से मुलायम का दिल जीत लिया. मुलायम सिंह यादव ने उनको जलेसर सीट से सपा के उम्मीदवार के तौर पर 1998 में उतारा और वह जीते. उसके बाद दो बार सांसद चुने गए. 2010 में बसपा ने उन्हें राज्यसभा में भेजा. साथ ही राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी भी दी. 2014 में फिरोजाबाद लोकसभा से सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव के पुत्र अक्षय यादव के खिलाफ वह चुनाव लड़े और हार गए. फिर वह भाजपा में शामिल हो गए. भाजपा पिछड़ा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए. विधानसभा चुनाव 2017 में टूंडला से जीत के बाद उन्हें प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया. इसके बाद भाजपा ने आगरा से उन्हें लोकसभा चुनाव 2019 का टिकट दिया तो उन्होंने वहां से भी जीत दर्ज कर दी.