लखनऊ :केंद्र सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 'आजादी का अमृत महोत्सव' समारोह के अंतर्गत राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में वाणिज्य उत्सव का आयोजन किया गया. इस मौके पर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिये भारत सरकार की तरफ से बकाया 56 हजार करोड़ रुपये से अधिक की निर्यात प्रोत्साहन राशि जारी कर दी गयी है. उन्होंने निर्यातकों से इस राशि को पाने के लिये 31 दिसम्बर से पहले आवेदन व क्लेम करने की अपील की.
मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत, लोकल फार वोकल, मेक इन इंडिया का ही परिणाम है कि कोविड-19 के विषम समय में भी भारत का निर्यात बढ़ा जो कि अपने आप में एक गौरव का विषय है. आईएमएफ के आंकड़ों की जानकारी देते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि आने वाले वित्तीय वर्ष में भारत की वैश्विक अर्थव्यवस्था 6 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी और 2021 में वैश्विक मर्चेंडाइज बढ़कर 8 प्रतिशत हो जायेगा. उन्होंने कहा कि इस वित्तीय वर्ष 2020-2021 मे भारत सरकार का मर्चेडाइज एक्सपोर्ट का लक्ष्य 400 बिलियन डालर का है. 2027-2028 मे हम इसे बढ़ाकर 2 ट्रिलियन डालर तक लेकर जायेगें. इस दो ट्रिलियन डालर में एक ट्रिलयन डालर का योगदान मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट का होगा और एक ट्रिलियन डालर को योगदान सर्विस एक्सपोर्ट का होगा.
उन्होंने कहा कि कोरोना की विषम परिस्थितियों के बावजूद पिछले पांच महीने के अंदर भारत का निर्यात 67 प्रतिशत बढ़ा है, पिछले वर्ष पहले पांच महीनों के अंदर भारत सरकार का निर्यात 98 बिलियन डालर था, जो कि इस वर्ष बढ़कर 164 बिलियन डालर पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी महामारी के वाबजूद निर्यात में किसी तरह की कमी नहीं आयी. 2017 से पहले उत्तर प्रदेश का निर्यात 84 हजार करोड़ रुपये हुआ करता था जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार में बढ़कर 1 लाख 21 हजार करोड़ हो गया है.