लखनऊ: महिलाओं को मेट्रो में सफर करने से रोके जाने का मामला अब तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है. मेट्रो में हो रही महिलाओं के साथ इस तरह के सलूक पर शिया और सुन्नी उलेमा ने बयान जारी कर इस घटना पर सख्त ऐतराज जताया है.
दारुल उलूम के प्रवक्ता का बयान
दारुल उलूम के प्रवक्ता मौलाना सुफ़ियान निजामी ने अपने बयान में कहा कि ये घटना अफसोसनाक है, क्योंकि लखनऊ पूरी दुनिया में अपनी गंगा-जमुनी तहजीब के लिए पहचाना जाता है और लिबास के नाम पर मेट्रो में जिस तरीके से मुस्लिम महिलाओं के साथ जो बदसलूकी की गई, यह बहुत शर्मनाक है.
शिया धर्मगुरु का बयान
वहीं शिया धर्मगुरु मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि ऐसे मामलों में सरकार को गौर करने की जरूरत है. क्योंकि सरकार एक तरफ सबका साथ सबका विकास और विश्वास की बात कर रही है, तो दूसरी तरफ मुस्लिम महिलाओं के साथ बदसलूकी के मामले सामने आए हैं. मौलाना का कहना है कि प्रधानमंत्री को ऐसे मामलों को रोकने के लिए कोई कदम उठाने की जरूरत है.
क्या है पूरा मामला
यह मामला 27 मई को मवैया मेट्रो स्टेशन का बताया जा रहा है, जब मुस्लिम महिलाओं को सिक्योरिटी के नाम पर मेट्रो में सफर करने के लिए बुर्का उतारने को कहा गया और बुर्का न उतारने पर महिलाओं को सफर करने से रोक दिया.