जानकारी देते ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर पीयूष मोर्डिया लखनऊ : राजधानी में समतामूलक चौराहे के पास एक कार गोमती नदी में गिर गई थी. कार में चार लोग मौजूद थे, जिसके बाद मौके पर मौजूद लोगों की मदद से दो लोगों को बाहर निकाल लिया गया था, वहीं कार में बैठे अन्य दो लोगों का 15 घंटे बाद भी कुछ पता नहीं चल पाया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान के बाद जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर गए थे.
बताते चलें मंगलवार 9:30 बजे के करीब रिट्ज गाड़ी में सवार होकर चार लोग अपने कुत्ते को टहलाने के लिए गोमती नदी के किनारे रिवरफ्रंट पहुंचे थे, जहां पर फिसलन होने के चलते कार गोमती नदी में गिर गई थी. चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग पहुंचे. जिसके बाद दो लोगों को रस्सी की मदद से बाहर निकाला गया. बाद में मौके पर पहुंची पुलिस और जिला प्रशासन की टीम ने गाड़ी को बाहर निकाला, जिसमें कुत्ता मृत पाया गया.
घटना की जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा. घटना के बाद जिला प्रशासन, पुलिस व नगर निगम की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. दर्दनाक घटना के तुरंत बाद लखनऊ कमिश्नर रोशन जैकब, डीएम सूर्यपाल गंगवार सहित पुलिस विभाग के तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में हुए सड़क हादसे का संज्ञान लिया. अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, अभिषेक व दुष्यंत को लोगों की मदद से बचा लिया गया है, वहीं नेपाल निवासी मीना कुमारी व मिर्जापुर निवासी मोनू यादव को नहीं बचाया जा सका.
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर पीयूष मोर्डिया (Joint Police Commissioner Piyush Mordia) ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि नदी में कुछ लोग डूब गए हैं, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस बचाव कार्य कर रही है. एनडीआरएफ व पुलिस विभाग की टीमें लगाई गई हैं. जानकारी मिली है कि एक कार में चार लोग नदी किनारे अपने श्वान को टहलाने के लिए आए थे, यहां पर सड़क किनारे खड़ी गाड़ी फिसल कर नदी में गिर गई, जिससे यह घटना हुई है. गाड़ी में मौजूद दो लोगों ने कूदकर अपनी जान बचाई, वहीं दो अन्य लोगों की तलाश की जा रही है. गाड़ी में मौजूद श्वान की भी पानी में डूबने से मौत हो गई है. पुलिस विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है.
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