लखनऊ:समाजवादी पार्टी सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति की कहानी में एक नया मोड़ आ गया है. बीते दिनों गायत्री प्रसाद प्रजापति को हाईकोर्ट से 2 महीने की अंतरिम जमानत दी गई थी. अब उन पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला सविता पाठक के वकील दिनेश त्रिपाठी ने गाजीपुर थाने में एक एफआईआर दर्ज कराई है. यह एफआईआर वकील ने गायत्री प्रसाद प्रजापति, उन पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला सविता पाठक और उसकी बेटी अनन्या के खिलाफ धोखाधड़ी और जान से मारने की धमकी की धाराओं में दर्ज कराई है.
बताते चलें कि सविता पाठक की तहरीर पर गौतमपल्ली में उनके तथाकथित पति राम सिंह के खिलाफ 2 वर्ष पहले एफआईआर दर्ज कराई गई थी. इस एफआईआर पर कार्रवाई करते हुए गौतमपल्ली इंस्पेक्टर और क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर ने बिना उच्च अधिकारियों को जानकारी दिए गायत्री प्रसाद प्रजापति को जमानत मिलने के बाद राम सिंह को जेल भेज दिया.
राम सिंह को जेल भेजने के मामले में लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर गौतमपल्ली और क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर अजीत सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. दोनों इंस्पेक्टरों पर आरोप है कि उन्होंने बिना जांच पड़ताल के और सबूतों के राम सिंह के ऊपर एफआईआर दर्ज कर उसे जेल भेजा.