लखनऊ: कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज कई क्षेत्रों में सामने आए थे, जिसके बाद राजधानी लखनऊ में कई स्थानों को चिन्हित करके हॉटस्पॉट क्षेत्र बनाया गया था. ऐसा कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए किया गया था. इन क्षेत्रों में जरूरी चीजों की होम डिलीवरी की गई. लोगों के घरों से निकलने पर पूरी तरह रोक लगाई गई. इसी कड़ी में अब राहत वाली खबर आई है, हॉटस्पॉट क्षेत्रों को कम किया गया है. इन इलाकों में 28 दिन से कोई भी संक्रमित मरीज सामने नहीं आया है.
लखनऊ में दो क्षेत्रों को किया गया हॉटस्पॉट मुक्त, 28 दिनों से नहीं मिला एक भी कोरोना संक्रमित - लखनऊ में लॉकडाउन
लखनऊ में दो क्षेत्रों को हॉटस्पॉट मुक्त कर दिया गया है. इन क्षत्रों में बीते 28 दिनों से कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया है. फिलहाल, दोनों क्षेत्रों पर स्वास्थ्य विभाग की नजर रहेगी. ये हॉटस्पॉट क्षेत्र डॉक्टर इकबाल अहमद क्लीनिक, मुंशी पुलिया, मेट्रो स्टेशन और खुर्रम नगर, अलीना एंक्लेव के पास के हैं. दोनों ही इलाकों में बीते महीने छह-छह मरीज मिले थे, जिसके बाद इनको सील कर दिया गया था.
इन इलाकों में एक महीने में मिले थे छह-छह मामले
इसके बाद अब इन क्षेत्रों में 28 दिनों तक कोई भी कोरोना वायरस का मरीज नहीं मिला है. इसलिए अब इन दो क्षेत्रों को हॉटस्पॉट से मुक्त कर दिया गया है. राजधानी के जिन दो इलाकों से हॉटस्पॉट हटाया गया है वो डॉक्टर इकबाल अहमद क्लीनिक, मुंशी पुलिया, मेट्रो स्टेशन और खुर्रम नगर अलीना एंक्लेव के पास के हैं. दोनों ही इलाकों में बीते महीने छह-छह मरीज मिले थे, जिसके बाद इनको सील कर दिया गया था. 14 दिन तक दोनों जगहों पर कोई भी केस न आने पर ये इलाके ऑरेंज जोन में आ गए थे.
अभी भी रहेगी स्वास्थ्य विभाग की नजर
इसके बाद दोनों हॉटस्पॉट क्षेत्रों में 28 दिन तक कोई नया केस सामने नहीं आने पर इन्हें ग्रीन जोन में डालकर हॉटस्पॉट एरिया से बाहर कर दिया गया है. हालांकि, अभी यहां पर सतर्कता बरती जा रही है. इन जगहों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम व अन्य विभाग मिलकर के लगातार नजर बनाए रहेंगे, जिससे कि कोरोना वायरस का कोई नया मामला सामने न आए.
इन मानकों पर तय होते हैं जोन
- रेड जोन-किसी भी क्षेत्र में पहला मरीज आने के बाद ही उस क्षेत्र को हॉटस्पॉट क्षेत्र के रूप में परिवर्तित कर दिया जाता है. इसके बाद हॉटस्पॉट इलाके में आखिरी मरीज मिलने के बाद 14 दिन तक वह क्षेत्र रेड जोन क्षेत्र रहता है. ये क्षेत्र हाईअलर्ट पर रहते हैं ताकि कोरोना संक्रमण न फैले.
- ऑरेंज जोन- रेड जोन में 14 दिन तक जब कोई नया मरीज नहीं आता तो उसे ऑरेंज जोन बनाया जाता है.
- ग्रीन जोन- 28 दिनों तक यदि कोई कोरना संक्रमित मरीज इन क्षेत्रों में सामने नहीं आता तो क्षेत्रों को ग्रीन जोन में शिफ्ट कर दिया जाता है. ये हॉटस्पॉट मुक्त हो जाते हैं.
चार अन्य क्षेत्र भी ग्रीन जोन में हो सकते हैं शामिल
लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेंद्र अग्रवाल ने ये आवश्यक जानकारी साझा की. उन्होंने बताया कि दोनों ही क्षेत्रों में बीते 28 दिनों में कोई भी कोरोना संक्रमित नया मरीज सामने नहीं आया. इसके बाद इन दोनों ही क्षेत्रों से हॉटस्पॉट हटा दिया गया है. साथ ही उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया में 4 अन्य क्षेत्र भी हैं, जो 14 दिन बाद ग्रीन जोन में आ सकते हैं.