लखनऊ:प्रदेश मेंडेंगू, मलेरिया और बुखार का कहर जारी है, जबकि कोरोना के मामले में कमी आई है. प्रदेश में पिछले 10 दिनों के अंदर ढाई लाख से अधिक बुखार के मरीज मिले हैं. वहीं पिछले 24 घंटे में कोरोना के 17 मरीज मिले. प्रदेश में शनिवार को दो लाख से ज्यादा कोरोना के टेस्ट किए गए. इस दौरान 17 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई. वहीं, 16 मरीज डिस्चार्ज किए गए.
अस्पताल में मरीजों की भीड़. यूपी में देश में सर्वाधिक 7 करोड़, 61 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 42.3 लोगों की जांच की जा रही है. प्रदेश भर में शनिवार को कोरोना के 192 एक्टिव केस रह गए हैं. शनिवार को प्रदेश के 60 के करीब जिलों के 24 घंटे में कोई केस नहीं मिला. वबहीं, 35 जनपद करोना मुक्त हो गए हैं. अलीगढ़, अमरोहा, अमेठी, अयोध्या, बागपत, बलिया, बांदा, बस्ती, बहराइच, भदोही, चंदौली, बिजनौर, चित्रकूट, देवरिया, एटा, हापुड़, फतेहपुर, गाजीपुर, गोंडा, हमीरपुर, हरदोई, हाथरस, कौशाम्बी, ललितपुर, महोबा, मथुरा, मिर्जापुर, सोनभद्र, मुजफ्फरनगर , पीलीभीत, रामपुर, शामली और सीतापुर कोरोना मुक्त हो गए हैं.
रिकवरी रेट 98.7 फीसदी
बदा दें कि यूपी में मरीजों का कुल पॉजिटीविटी रेट 2.27 रह गया है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट 0.01 फीसद से कम हो गई है. वहीं मृत्युदर अभी 1 फीसद पर बनी हुई है. 30 अप्रैल को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 192 रह गई. वहीं रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसद थी. अप्रैल में घटकर 76 फीसद तक पहुंच गई. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 98.7 फीसदी हो गई है.
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दस दिन में तीन करोड़ परिवारों की स्क्रीनिंग
स्वास्थ्य विभाग की सर्विलांस टीमों ने प्रदेश के 3 करोड़ परिवारों को दस दिनों में कवर किया है. प्रदेशव्यापी सर्विलांस कार्यक्रम 7 से 16 सितंबर तक चलाया गया. इस दौरान घर-घर जाकर बुखार व कोविड के लक्षण वाले लोगों को चिह्नित किया गया. इस दस दिवसीय सर्विलांस अभियान के तहत 75 जनपदों में 6 लाख 55 हजार से अधिक टीमें माइक्रो प्लान के तहत 3 करोड़ 32 लाख 25 हजार से अधिक घरों में भ्रमण किया. स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार इस दस दिवसीय सर्विलांस कार्यक्रम में 2,72,419 बुखार के रोगी पाए गए.
सीआरपीएफकार्यालय में काम करने वाले कर्मचारी का बेटा कोरोना पॉजिटिव
सीआरपीएफ के दो जवानों के संक्रमितों के बाद कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारी का बेटा कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. जांच के वक्त संक्रमित ने अपने बजाए भाई का मोबाइल नम्बर दर्ज कराया. इसी दौरान निजी काम से भाई को दिल्ली जाना पड़ गया. इधर, रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर जब स्वास्थ्य विभाग ने मरीज को फोन किया तो भाई से बात हुई. उसने दिल्ली में होने की बात कही। मरीज के दिल्ली पहुंचने की खबर से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. बाद में कोविड कंट्रोल रूम की टीम मरीज के घर पहुंची. वहां मरीज मिला. इसके बाद अफसरों ने राहत की सांस ली.
दूसरों की जान बचाने के लिए रक्तदान करें
कोरोना काल में स्वैच्छिक रक्तदान में कमी आई है। इसे बढ़ाने की जरूरत है. अस्पतालों के ब्लड बैंक में रक्तदान पूरी तरह से सुरक्षित है. लोहिया संस्थान के ब्लड बैंक में कोविड प्रोटोकॉल के तहत रक्तदान की प्रक्रिया पूरी कराई जा रही है। लिहाजा घबराएं नहीं. रक्तदान करें. ताकि जरूरतमंदों की जान बचाई जा सके. यह अपील शनिवार को संस्थान की निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद ने की.
केंद्रीय राज्य मंत्री से मिले आउटसोर्सिंग कर्मचारियों, गिनाई समस्याएं
लोहिया संस्थान व संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ का प्रतिनिधि मंडल शनिवार को केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर से भेंट की. इसका नेतृत्व संघ के अध्यक्ष रणजीत सिंह यादव ने किया. रणजीत ने बताया कि मंत्री ने विभिन्न कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों से भेंट कर समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया. बैठक में रणजीत सिंह ने बताया कि आउटसोर्सिंग व्यवस्था में सेवा प्रदाता फर्म कर्मचारियों का वेतन समय से भुगतान करने में आनाकानी करते हैं.