लखनऊः रविवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर घरों में महिलाओं ने तुलसी पूजन कर अखंड सौभाग्य की कामना की साथ ही घरों में भांति भांति के पकवान बनाकर कन्याओं का भोग लगाया. राजधानी के मलिहाबाद क्षेत्र में तुलसी पूजन घरों में बड़े ही भावपूर्ण तरीके से मनाया जाता हैं. घरों में पूड़ी पकवान बनाकर विधि विधान पूर्वक पूजन किया जाता है साथ ही गोपेश्वर गौशाला में सायंकालीन बेला पर विशेष आरती का आयोजन किया जाता हैं.
कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी पूजन का धार्मिक महत्व
कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी पूजन इसलिए भी किया जाता है क्योंकि मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन तुलसी का पृथ्वी पर आगमन हुआ था. मान्यता है कि इस दिन घर में तुलसी के पौधे के सामने दीपक जलाने और भगवान विष्णु की पूजा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.
तुलसी और शालीग्राम
हिंदू धर्म के अनुसार कार्तिक माह में भगवान विष्णु को बेहद प्रिय होता है. कार्तिक मास की एकादशी के दिन तुलसी का भगवान विष्णु के शालीग्राम रूप के साथ विवाह हुआ था.
महिलाओं ने तुलसी पूजन कर की अखंड सौभाग्य की कामना - tulsi puja in lucknow
लखनऊ के मलिहाबाद क्षेत्र में घरों में तुलसी पूजन बड़े ही भावपूर्ण तरीके से मनाया जाता हैं. घरों में पूड़ी पकवान बनाकर विधि विधान पूर्वक पूजन किया जाता है. साथ ही गोपेश्वर गौशाला में सायंकालीन बेला पर विशेष आरती का आयोजन किया जाता हैं.
मलीहाबाद में तुलती पूजन
पूरे क्षेत्र भर में यह पूजन हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. कई जगहों पर बड़े मेले का भी आयोजन किया जाता था लेकिन कोविड काल के कारण सभी कार्यक्रम रद्द कर यह त्योहार घरों में मनाया गया.