लखनऊ : कांग्रेस MLC दीपक सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर अधिकारियों के ट्रांसफर मामले की जांच SIT से कराने की मांग उठाई है. कांग्रेस नेता ने दीपक सिंह ने कहा कि 100 दिन में में भाजपा सरकार की कार गुजारियों से सिर्फ भ्रष्टाचार का विष बाहर आया है. कांग्रेस MLC दीपक सिंह ने पत्र में लिखा कि वर्तमान समय में योगी 2.0 चर्चा बड़े जोर-शोर से चल थी कि प्रदेश की जनता को सरकार के 100 दिन के इस मंथन में कुछ अमृत निकालेगी.
लेकिन जिस तरह से 100 दिन के मंथन में उत्तर प्रदेश सरकार के दर्जनों विभागों के ट्रांसफर से घोटालों का विष निकला है, उसे उत्तर प्रदेश की जनता हजम नहीं कर पा रही है. सरकार के स्वास्थ्य, कृषि, मत्स्य, बेसिक शिक्षा आदि विभागों में अधिकारियों/ कर्मचारियों के स्थानान्तरण में मंत्रियों/उच्च अधिकारियों के बीच घोटालों व धन उगाही से स्वत स्पष्ट है. उन्होंने आगे लिखा कि यदि आप सरकार चलाने में न्यायप्रिय हैं तो ट्रांसफर घोटालों की जांच एस.आई.टी. से कराकर स्वेत पत्र जारी कराने का कष्ट करें.
कांग्रेस MLC दीपक सिंह ने CM को लिखा पत्र कांग्रेस पार्टी कई बार उठा चुकी सवाल
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद (Additional Chief Secretary Amit Mohan Prasad) के बीच खींचातानी सामने आने के बाद कांग्रेस पार्टी लगातार योगी सरकार पर निशाना साध रही है. एमएलसी दीपक सिंह से पहले कांग्रेस प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने कहा था कि 'रबर स्टैंप बन गए हैं उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक, क्या खाक प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था सुधार पाएंगें ? कांग्रेस प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने कहा था कि उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और मुख्यमंत्री के करीबी आईएएस अमित मोहन के बीच इस विवाद ने साफ कर दिया है कि ट्रांसफर पोस्टिंग में भ्रष्टाचार किया गया. जिसके चलते अब यह स्थिति देखने को मिल रही है. इस अंतर्द्वंद से यह तो पता चलता है कि प्रदेश की जनता को लेकर भारतीय जनता पार्टी बिल्कुल नहीं सोचती.
गौरतलब है कि प्रदेश भर में चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग में इस सत्र में अब तक, जो भी तबादले किए गए हैं, उससे उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक संतुष्ट नहीं हैं. यही कारण है कि स्वास्थ्य मंत्री और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सोमवार को लखनऊ के अस्पतालों में डॉक्टरों के तबादलों पर जानकारी मांगी थी. उन्होंने विभाग के अपर मुख्य सचिव से तबादलों के संदर्भ में स्पष्टीकरण मांगा था. अपर मुख्य सचिव को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने पत्र लिखकर अवगत कराया कि उनके संज्ञान में आया है कि डॉक्टरों के तबादले तो कर दिए गए हैं. लेकिन कई अस्पतालों में उन डॉक्टरों की तैनाती जगह पर कोई डॉक्टर नहीं पहुंचे हैं. इसके अलावा भी तमाम तरह की शिकायते हैं.
इसे पढ़ें- स्वास्थ्य विभाग में ट्रांसफर विवाद: कांग्रेस ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को बताया रबर स्टैंप