लखनऊ:नेपाली नागरिकों को भारत के विभिन्न राज्यों तक पहुंचने के लिए बसों से सफर करना पड़ता था. इससे यात्रा में ज्यादा समय लगता था और किराया भी अधिक लगता था. पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल प्रशासन ने भारत-नेपाल मैत्री संबंधों को बढ़ाने की दिशा में भारत के विभिन्न राज्यों में कार्य कर रहे नेपाली श्रमिकों को उनके कार्यक्षेत्रों से ट्रेन से लाने के लिए एक बार फिर पहल की है. नेपाल के नागरिकों को सड़क परिवहन की तुलना में ट्रेन से लाना अधिक सविधाजनक और कम खर्चे वाला है.
नेपाली नागरिकों को भेजा गया नेपाल. 100 यात्री हुए रवानालखनऊ मंडल ने नेपाली श्रमिकों और नागरिकों को उनके गन्तव्य तक पहुंचाने के लिए सोमवार को लखनऊ जंक्शन से पहली बार गाड़ी रवाना की. गाड़ी संख्या 06094 लखनऊ जंक्शन-चेन्नई सुपरफास्ट के विशेष कोच से कुल 100 यात्रियों को रवाना किया गया. जनसम्पर्क अधिकारी महेश गुप्ता ने बताया कि यात्रा के आरम्भ में चेन्नई जाने के लिए यात्रियों को बढ़नी स्टेशन से लखनऊ जंक्शन लाया गया. यहां स्टेशन पर स्थित यात्री प्रतीक्षालय में उनके विश्राम की व्यवस्था की गई. यात्रियों को खानपान और अन्य आवश्यकताओं को भुगतान के आधार पर उपलब्ध कराया गया. मांग के आधार पर भारत के विभिन्न स्टेशनों के लिए विशेष कोच आगे भी बुक किए जाएंगे. इसके पूर्व नेपाली नागरिकों के लिए गोरखपुर जंक्शन से दो बार एर्नाकुलम और एक बार चेन्नई के लिए कोच रवाना किए जा चुके हैं.
सहयोग है भारत-नेपाल मित्रता की आधारशिलापीआरओ महेश गुप्ता ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल अपने सम्मानित यात्रियों को बेहतर यात्रा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रयत्नशील है. नेपाल के नागरिक भारतीय सामाजिक-आर्थिक विकास का अभिन्न अंग रहे हैं. यह सहयोग भारत-नेपाल मित्रता की आधारशिला रहा है.