लखनऊ: राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है. चिलचिलाती धूप में लोगों को घंटों जाम में फंसना पड़ रहा है. ऐसे में स्कूल-कॉलेज खुलने के बाद तो सड़कों के हालात और भी खराब हो गए हैं. शहर के दर्जनभर स्कूलों की अव्यवस्था के कारण छुट्टी के वक्त हालात और खराब हो रहे हैं. ऐसे में आम लोगों को कोई समस्या न हो, इसके लिए ट्रैफिक पुलिस ने स्कूलों को पत्र लिखकर प्रबंधन से ट्रैफिक प्लान मांगा है.
राजधानी में दिन के 12:30 से 2 बजे तक शहर की सड़कों पर गाड़ियों के पहिए जाम हो जाते हैं. चिलचिलाती धूप में लोगों को घंटों तक सड़क पर खड़े रहना पड़ता है. इसका कारण हाईप्रोफाइल स्कूलों की छुट्टी के समय अचानक बेढंग तरीकों से स्कूल के बाहर गाड़ियों का खड़ा होना होता है. हजरतगंज स्थित लामार्ट कॉलेज हो या गोमतीनगर और आशियाना का सीएमएस स्कूल, हर जगह इन डेढ़ घंटों के बीच सैकड़ों गाड़ियां जाम में फंसतीं हैं.
स्कूल वैन, प्राइवेट गाड़ियां और ऑटो रिक्सा सड़क पर ही खड़े रहते है. इन समस्याओं को देखते हुए लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के डीसीपी ट्रैफिक ने सभी स्कूल प्रबंधकों को पत्र लिख ट्रैफिक प्लान मांगा है. इसमें पार्किंग व्यवस्था, छुट्टी होने पर बच्चों को घर भेजने के तरीकों के विषय में पूछा है.
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डीसीपी ट्रैफिक सुभाष शाक्य ने बताया कि स्कूलों से ट्रैफिक प्लान मांगा गया है. स्कूलों में छुट्टी के समय ट्रैफिक कंट्रोलर के साथ-साथ एक्स्ट्रा मोबाइल ड्यूटी, स्थानीय थाने की पुलिस व स्कूल मैनेजमेंट के कर्मचारियों की भी ड्यूटी ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए लगाई जाएगी. डीसीपी ट्रैफिक ने बताया कि हजरत गंज, गोमतीनगर व आशियाना में मौजूद स्कूलों की छुट्टी का वक़्त एक ही है. ऐसे में स्कूल मैनेजमेंट, प्रिंसिपल को पत्र लिखा जा रहा है. छुट्टी के समय में परिवर्तन कर 15 मिनट का अंतराल करने को कहा जा रहा है.
अब टाइमिंग पर काम होगा :लखनऊ के प्रमुख रूप से 540 चौराहे व तिराहे है. इसमें 400 चौराहे व तिराहे ऐसे हैं जहां सबसे ज्यादा ट्रैफिक प्रेशर रहता है. इसमें सिर्फ आधे ही ऐसे चौराहे हैं जहां ट्रैफिक कंट्रोलर मौजूद रहती है. ऐसे में ट्रैफिक विभाग इन सभी चौराहों में टाइमिंग को लेकर काम कर रहा है. अभी तक सामने आया है कि दिन में 9 से 11 ऑफिस जाने का वक्त, 12:30 से 2 स्कूल में छुट्टी का वक्त व 6 से 9 ऑफिस से वापसी का वक्त है. डीसीपी ट्रैफिक ने बताया कि जिन चौराहों पर ट्रैफिक कंट्रोलर की ड्यूटी लगती है, उनके अलावा जिन चौराहों पर जाम ज्यादा लगता है, उससे निपटने के लिए नई योजना बनाई गई हैं. इसमें इन तीन समयों पर 8 ट्रैफिक कंट्रोलर की ड्यूटी लगाई जाएगी.
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