लखनऊ: दुबग्गा के आईआईएम रोड सीतापुर बाईपास पर रविवार की सुबह कूड़े के ढेर में खून से लथपथ शव (Trader dead body) पड़ा मिला. राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने आधार कार्ड से पहचान करते हुए मृतक के परिजनों को इसकी जानकारी दी. परिजनों का कहना है कि व्यापारी के पास करीब 13 किलो चांदी समेत अन्य माल थे, जोकि गायब हैं. उन्होंने लूट के बाद हत्या की आशंका जताई है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई हैं.
लखनऊ में नए साल के पहले ही दिन सर्राफा व्यापारी का शव मिलने से इलाके में हड़कम्प मच गया. यह पूरा मामला दुबग्गा थाना के अंतर्गत का है. मृतक के भाई अनूप वर्मा के मुताबिक, सआदतगंज के दर्जी की बगिया निवासी जितेंद्र करीब पांच साल से बाराबंकी के फतेहपुर स्थित ससुराल में रहकर सोने-चांदी का काम कर रहा था. वह लखनऊ और कानपुर की सर्राफा बाजार में तैयार आभूषणों की सप्लाई करता था. शनिवार को फतेहपुर से कानपुर की मार्केट करने के बाद वह लखनऊ में अपने भतीजे आकाश के घर पर रुका हुआ था. भतीजे आकाश ने बताया कि उनके पास जेवर और नकदी मौजूद थीं. रात में रुकने के बाद वह सुबह आभूषण से भरा बैग लेकर फतेहपुर के लिए रवाना हुए थे. उसके बाद से उनका फोन नहीं उठा. वह कृष्णा के नाम से कारोबार करता था. पत्नी नीतू ने जितेन्द्र से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया. रात में किसी ने कॉल रिसीव किया और रॉन्ग नंबर कहकर कॉल कट कर दिया. इसके बाद रविवार को पुलिस से भाई के शव की खबर मिली. अनूप वर्मा ने बताया कि मृतक के सिर के पिछले हिस्से में काफी खून निकल चुका था. शरीर पर भी चोट के निशान थे. जेवर से भरा बैग, मोबाइल और पर्स गायब था.