लखनऊ : योग हमारे ऋषि-मुनियों द्वारा प्रदान की गई बहुमूल्य धरोहर है. आज दुनिया के अधिकांश देश योग को प्राथमिकता दे रहे हैं. योग सिर्फ अध्यात्म से जुड़ने का मार्ग नहीं, बल्कि शरीर को स्वस्थ रखने की कला है. आज भौतिकवाद से पीड़ित मानवता को विभिन्न असाध्य रोगों से बचाव के लिए योग को अपने दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए. यह बातें उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने गुरुवार को इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान लखनऊ में आयुष विभाग की ओर से आयोजित 9वें अन्तररष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम में कहीं.
मुख्य अतिथि जयवीर सिंह ने कहा कि 11 दिसम्बर 2014 को देश के प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र संघ में योग की महत्ता को पूरे विश्व से इसे अपनाने का प्रस्ताव किया था. इसी का परिणाम है आज योग दुनिया के लगभग 175 देशों में लोगों के आम जीवन का हिस्सा बन गया है. इस अवसर पर मुख्य सचिव दुर्गा शंकार मिश्र, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम, जिलाधिकारी शसूर्यपाल गंगवार, मिशन निदेशक आयुष महेन्द्र वर्मा, निदेशक आयुर्वेद डॉ. पीसी सक्सेना, निदेशक होम्योपैथ डॉ. एके वर्मा, निदेशक यूनानी डॉ. अब्दुल वाहिद, पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक अश्वनी कुमार पाण्डेय, निदेशक पर्यटन प्रखर मिश्रा सहित बड़ी संख्या में प्रदेश के बाहर से आए विशेषज्ञ वक्ता एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे.