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आज फिर नहीं खुले राजधानी के पर्यटक स्थल, मायूस होकर लौटे सैलानी - लखनऊ समाचार

अनलॉक के साथ प्रदेश की ऐतिहासिक इमारतों को धीरे-धीरे खोला जा रहा है. इससे उम्मीद जताई जा रही थी कि राजधानी लखनऊ के इमामबाड़ा और भूल-भुलैया जैसे पर्यटक स्थलों को जल्द ही खोला जाएगा, लेकिन पर्यटन विभाग और ट्रस्ट व एएसआई विभाग से आपसी सहमति बनने की वजह से पर्यटकों को निराश होकर वापस लौटना पड़ रहा है.

पर्यटक स्थल न खुलने से पर्यटकों में मायूसी.
पर्यटक स्थल न खुलने से पर्यटकों में मायूसी.

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Published : Sep 23, 2020, 3:27 AM IST

लखनऊ: राजधानी के पर्यटन स्थल को खोलने को लेकर कई बार करोना महामारी के बीच में अटकले लगाई जा चुकी हैं. बीते दिनों पर्यटन विभाग ने एक बार फिर भूल-भुलैया, इमामबाड़ा समेत शहर के कई पर्यटक स्थलों को खोलने को लेकर आदेश दिए थे, लेकिन पर्यटन विभाग और ट्रस्ट व एएसआई विभाग से अनुमति मिलने की वजह से पर्यटकों को निराश होकर वापस लौटना पड़ रहा है.

पर्यटक स्थल न खुलने से पर्यटकों में मायूसी.

करोना महामारी के चलते लंबे समय से पर्यटक स्थलों को पूरी तरह बंद कर दिया गया था, लेकिन अब अनलॉक के साथ-साथ प्रदेश की ऐतिहासिक इमारतों को धीरे-धीरे खोला जा रहा है. इससे उम्मीद जताई जा रही थी कि राजधानी लखनऊ के इमामबाड़ा और भूल-भुलैया जैसे पर्यटक स्थलों को जल्द ही खोला जाएगा. इसको लेकर पर्यटन विभाग द्वारा कई बार बैठक की जा चुकी है.

नहीं खुले लखनऊ के पर्यटक स्थल.

तमाम अटकलों के बावजूद एक बार फिर पूरी तरह से साफ नहीं हो पाया है कि पर्यटन स्थल कब और किस तरह से खोला जाएगा. बीते दिनों तमाम अखबारों, पत्रिकाओं में पर्यटन विभाग के आदेश अनुसार पर्यटन स्थलों को खोलने की खबरें छाई रहीं. इसको लेकर पर्यटक धरोहरों को देखने के लिए पहुंचने लगे. वहां पहुंचते ही पर्यटकों को पता चला कि आज पर्यटक स्थल नहीं खुलेगा. ऐसे में पर्यटक मायूस होकर अपने घरों को वापस हो गए.

वक्फ बचाओ आंदोलन के अध्यक्ष शमील शमशी ने बताया कि उनकी प्रशासन से कई बार बात हुई है. उन्हें इमामबाड़े और भूलभुलैया खोलने में कोई एतराज नहीं है. जब उनके धर्म को पूरी तरह छूट दी जाएगी, जिसमें वे मजलिस और मातम करें, अगर ऐसा नहीं होता है, तो पर्यटक को किसी तरह का प्रवेश नहीं दिया जाएगा.

पर्यटक मोहम्मद मेहंदी ने बताया कि पर्यटक स्थलों को खोलने की सूचना पेपर के माध्यम से मिली थी. इसी वजह से हम यहां घूमने आए थे, लेकिन जब हम यहां पहुंचे तो पता चला कि आज भी नहीं खोला जाएगा.

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