लखनऊः देश और दुनिया के करोड़ों हिंदुओं के आराध्य श्रीराम की अयोध्या वैश्विक पटल पर उत्तर प्रदेश की नई पहचान बनेगी. राम की नगरी को सजाने, संवारने के लिए बीते साढ़े तीन साल से ज्यादा के वक्त से जिस नियोजित ढंग से योगी सरकार कोशिश कर रही है. उससे आने वाले समय में यह न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक मानचित्र पर अंकित होगा. बल्कि औद्योगिक और आर्थिक उन्नति का नया मानक भी बनेगा.
तिरुपति जैसे विकसित होगी अयोध्या
राम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण शुरू हो जाने के बाद अब यहां पर्यटन विकास की अपार संभावनाओं को देखते हुए योगी सरकार नीतिगत प्रयास कर रही है. सबकुछ ठीक रहा तो गंगा की तर्ज पर यहां भी सरयू नदी में छोटे जहाज यानी क्रूज चलते नजर आएंगे. राम नगरी अयोध्या को तिरूपति जैसा शहर बनाने की योजना पर काम चल रहा है.
भगवान राम की 251 मीटर की मूर्ति
विकास की जरूरत के लिहाज से यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा विकसित किया जा रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घोषणा कर चुके हैं कि अयोध्या में सरयू नदी के किनारे भगवान राम की 251 मीटर लंबी मूर्ति बनेगी. इसके लिए जगह भी चिन्हित कर ली गई है.
अयोध्या में होंगे पांच सितारा होटल
इसके अलावा श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए पांच सितारा होटल बनाए जाएंगे. सभी राज्यों और कुछ चुनिन्दा देशों के अतिथि भवन, तीर्थ यात्रियों के रुकने के लिए रैनबसेरों का भी निर्माण किया जाएगा. श्रीराम की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा, वैदिक और आधुनिक सिटी के समन्वित मॉडल के रूप में नव्य अयोध्या के अलावा और भी बहुत कुछ होगा.