लखनऊ : उत्तर प्रदेश अपनी संस्कृतिक धरोहरों, ऐतिहासिक स्थलों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए पूरे देश भर में प्रसिद्ध है. इन सभी पर्यटक स्थलों पर भ्रमण करने आने वाले पर्यटकों और सैलानियों के लिए पर्यटन विभाग ने पर्यटक आवास गृह कई जगहों पर बना रखे हैं. गुरुवार को उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग में आयोजित एक कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह की मौजूदगी में ऐसे ही कर पर्यटक आवास गृह को पीपीपी मोड पर संचालित करने और उनके रख-रखाव के लिए चार निजी कंपनियों को सौंपा गया. इसके लिए पर्यटन विभाग और चारों कंपनियों के बीच में एक अनुबंध भी हस्ताक्षर किए गए. जिसके आधार पर इन सभी पर्यटक आवास गृहों के विकसित करने और इनके संचालन के लिए निजी निवेशकों को लीज पर दिया गया.
पीपीपी मोड पर विकसित करने का निर्णय :पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि 'उत्तर प्रदेश सरकार ने बंद और घाटे में चल रहे और असंचालित पर्यटक आवास गृहों को जन उपयोगी बनाने एवं पर्यटकों की सुविधा को देखते हुए इन्हें विकसित करने तथा प्रदेश में निजी निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सार्वजनिक निजी सहभागिता (पीपीपी) मोड पर विकसित करने और संचालित करने का निर्णय लिया है. इसी कड़ी में सीतापुर जनपद में स्थित राही पर्यटक आवास गृह नीमसार को मॉडर्न लैमिनेटर लिमिटेड, महाराजगंज में स्थित राही पर्यटक आवास गृह सोनौली को होटल पवन पैलेस प्राइवेट लिमिटेड, बांदा जिले में स्थित राही पर्यटक आवास गृह कालिंजर को कैरेबियन ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड और मथुरा जिले में स्थित राही पर्यटक आवास गृह राधा कुंड को इनेरसेल एलोय एंड स्टील प्राइवेट लिमिटेड को यह सभी आवासीय ग्रह पीपीपी मोड पर विकसित करने और इनका रखरखाव करने के साथ ही सस्ते दरों पर संचालित करने के लिए लीज पर दिया गया है.'