लखनऊ: यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने श्रमिक दिवस पर 30 लाख श्रमिकों के खाते में एक-एक हजार रुपये भेजे. साथ ही 18 करोड़ लोगों को राशनकार्ड पोर्टेबिलिटी के माध्यम से गल्ला बांटने की सुविधा भी शुरू कर दी गई है. ये मजदूर देश के किसी भी हिस्से में होंगे, वहीं उनको खाद्यान्न सामग्री मिल जाएगी. सीएम योगी ने मजदूर दिवस पर कामगार और श्रमिकों को बधाई देते कहा कि देश के विकास में मजदूरों का अहम योगदान है. इन्हें सम्मान और सुरक्षा देना हमारा फर्ज है.
मजदूरों के खातों में भेजे गए रुपये
सीएम योगी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के जरिए मजदूर वर्ग के लिए 17 हजार करोड़ रुपये का पैकेज दिया गया है, जिससे कामगार, श्रमिक, किसान, युवा और उद्योग में कार्यरत श्रमिक आच्छादित हुए हैं. उत्तर प्रदेश में संबंधित वर्ग के लोगों को इस योजना से लगातार लाभान्वित कराया जा रहा है. हमारा पूरा प्रयास है कि यह वर्ग चाहे ग्रामीण क्षेत्र का हो या शहरी, इसे कोई तकलीफ नहीं होने देंगे. हम योजना बनाकर इस पर लगातार अमल करते रहेंगे. इसी क्रम में आज मजदूर दिवस पर श्रमिकों को सम्मान करते हुए 30 लाख श्रमिकों को उनके भरण-पोषण के लिए एक-एक हजार रुपये उनके खाते में ट्रांसफर किए जा रहे हैं. इसके पहले भी 24 मार्च को 5 लाख 97 हजार श्रमिकों के खाते में एक हजार रुपये भेजे गए थे.
मजदूरों को मिलेगा खाद्यान
सीएम योगी ने कहा कि 18 करोड़ लोगों को पोर्टेबिलिटी के माध्यम से खाद्यान्न उपलब्ध कराने की कार्य योजना को आगे बढ़ाया जा रहा है. उत्तर प्रदेश के अंदर दो चरणों में 18 करोड़ लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया गया. पहले चरण में उत्तर प्रदेश से जुड़े हुए जो हमारे कामगार, श्रमिक, मनरेगा मजदूर और अन्य नागरिक थे, उनको खाद्यान्न उपलब्ध कराया गया. दूसरे चरण में केंद्र सरकार की योजना के अंतर्गत निशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया गया है. आज हम फिर से उत्तर प्रदेश के 18 करोड़ नागरिकों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने की कार्यवाही प्रारंभ कर रहे हैं. इससे उत्तर प्रदेश का कोई श्रमिक देश के अंदर किसी भी कोने में रहता है और उसके पास उसका राशन कार्ड नंबर है तो वह वहां पर जाकर अपने कार्ड से कोटे की दुकान से खाद्यान्न ले सकता है.