लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में कोरोना वायरस के नियंत्रण के लिए ट्रेसिंग-टेस्टिंग पर फोकस करने के निर्देश दिए हैं. ऐसे में हर रोज ढाई से तीन लाख टेस्ट करने के निर्देश दिए. जून-जुलाई में प्रतिदिन ढाई लाख से अधिक टेस्ट होते रहें. वहीं अगस्त में पिछले एक सप्ताह से डेढ़ लाख टेस्ट ही किए जा रहे हैं. ऐसे में मरीजों की संख्या भी कम हो गई है. बुधवार सुबह 7 मरीज पाए गए. फाइनल रिपोर्ट शाम को आएगी.
पहले 70 जिलों में केस शून्य, अब 58 जिलों में
रक्षाबंधन के बाद संक्रमण बढ़ने की आशंका बरकरार है. एक्सपर्ट के मुताबिक इसका असर 4-7 दिन में दिखेगा. वहीं सोमवार को राज्य को महीनों बाद बड़ी राहत मिली थी. इस दिन लखनऊ समेत 70 जिलों में कोरोना का एक भी केस नहीं मिला था. वहीं मंगलवार को लखनऊ में तीन केस मिले. साथ ही 58 जनपदों में ही शून्य केस रहे.
अब 352 एक्टिव केस
मंगलवार को 24 घंटे में एक लाख 56 हजार से अधिक सैंपल टेस्ट किए गए. ऐसे में 28 नए मरीज वायरस की चपेट में मिले. वहीं दो की मौत हो गई. 34 वायरस को हराने में कामयाब रहे. यूपी में देश में सर्वाधिक 7 करोड़ 8 लाख से अधिक टेस्ट का दावा किया गया है. अब डेढ़ लाख टेस्ट भले ही हो रहे हैं, अफसरों का कहना है कि राज्य में एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 39.9 प्रतिशत लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट किए जा रहे. इसमें अब तक सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वेरिएंट ही पाया गया. अब 352 के करीब एक्टिव केस रह गए हैं. यह आंकड़ा गत वर्ष मार्च का रहा है.
उन्नाव भी अब कोरोना मुक्त
अलीगढ़, हरदोई, कासगंज, महोबा, फर्रुखाबाद, संतकबीरनगर, शामली, मिर्जापुर, औरैया, बदायूं, देवरिया, फतेहपुर और हमीरपुर पहले से कोरोना मुक्त थे. अब उन्नाव भी कोरोना मुक्त हो गया.