नई दिल्ली: तिहाड़ जेल में निर्भया के दोषियों को फांसी देने की तैयारी चल रही है. भले ही इस मामले में राष्ट्रपति की तरफ से अभी एक आरोपी की दया याचिका खारिज नहीं हुई हो, लेकिन जेल प्रशासन अपनी तरफ से पूरी तैयारी करने में जुटा हुआ है. इसी कड़ी में तिहाड़ जेल प्रशासन ने यूपी पुलिस से दो जल्लाद मुहैया कराने की मांग की है. सूत्रों का कहना है कि यूपी जेल के डीजी की तरफ से जल्लाद को दिल्ली भेजने के लिए अनुमति दे दी गई है.
जल्द हो सकती है निर्भया कांड के आरोपियों को फांसी, तिहाड़ जेल प्रशासन ने यूपी से मांगे जल्लाद - राष्ट्रपति के पास दया याचिका
देश के बहुचर्चित निर्भया कांड में दोषी चारों आरोपियों को फांसी होनी है, इसके लिए तिहाड़ जेल प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. इसको लेकर जेल प्रशासन ने यूपी पुलिस से दो जल्लादों की मांग की है.
चौथे आरोपी को भी किया गया शिफ्ट
- तिहाड़ जेल में फिलहाल निर्भया कांड के चारों दोषियों को बंद रखा गया है.
- पहले यहां केवल तीन दोषी बंद थे, जबकि पवन को मंडोली जेल में रखा गया था.
- बीते रविवार को पवन को भी मंडोली जेल से तिहाड़ शिफ्ट कर दिया गया है, क्योंकि मंडोली जेल में फांसी देने की सुविधा नहीं है.
- इसके बाद से ही इन चारों आरोपियों को फांसी देने की अटकलें तेज हो गई हैं.
- आशंका जताई जा रही है कि इन चारों को फांसी के फंदे पर दिसंबर माह में ही लटकाया जा सकता है.
यूपी डीजी से मांगे गए जल्लाद
तिहाड़ जेल प्रशासन की तरफ से यूपी के डीजी जेल को पत्र लिखकर दो जल्लाद मुहैया कराने की मांग की गई है. इसमें उन्होंने बताया है कि तिहाड़ जेल में जल्द ही कुछ कैदियों को फांसी होनी है और इसके लिए उन्हें जल्लाद की आवश्यकता है. दिल्ली में तिहाड़ जेल के पास कोई जल्लाद नहीं है, इसलिए उन्होंने यूपी पुलिस से दो जल्लाद की मांग की है. सूत्रों का कहना है कि यूपी पुलिस ने तिहाड़ जेल की मांग को स्वीकार करते हुए दो जल्लाद दिल्ली भेजने का निर्णय लिया है.
दया याचिका पर कभी भी आ सकता है फैसला
सूत्रों का कहना है कि इस मामले में कैदी विनय शर्मा की तरफ से राष्ट्रपति के पास दया याचिका भेजी गई है, जिस पर कभी भी निर्णय आ सकता है. वहीं इस मामले में शुक्रवार को अदालत में चारों कैदियों की पेशी होनी है, जिसमें वे बताएंगे कि उनकी अपील कहां-कहां पर लंबित चल रही है. यह पेशी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की जाएगी. साथ ही यह माना जा रहा है कि दया याचिका खारिज होने के बाद आरोपियों को जल्द फांसी हो सकती है.