लखनऊ: लुलु मॉल को धर्म व राजनीति का अखाड़ा बनाए जाने पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि मॉल को राजनीतिक अड्डा बनाने की साजिश की जा रही है. उन्होंने कहा है कि सड़कों पर प्रदर्शन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. वहीं, दूसरी ओर राजधानी लखनऊ में लुलु मॉल इस समय सबसे अधिक हाई सेक्यूरिटी जोन बन चुका है. जहां लगभग 1 हजार पुलिस और निजी सुरक्षा गार्ड तैनात है. यहां ड्रोन से नजर रखी जा रही है. वहीं, 1 हजार से ज्यादा कैमरों में पल-पल की रिकॉर्डिंग हो रही है.
मॉल से 500 मीटर दूर से ही छावनी जैसा हो रहा एहसास
लखनऊ के लुलु मॉल को खुले हुए महज एक सप्ताह ही हुआ है, लेकिन इसकी चर्चा देश-दुनिया में हो रही है. हर कोई लुलु मॉल में जाने को बेकरार है लेकिन जब यहां कोई भी व्यक्ति आ रहा है, तो उसे एक पल यह एहसास हो रहा है कि वह शायद किसी हाई सेक्यूरिटी जोन या किसी छावनी में एंट्री कर रहा हो. दरअसल, मॉल से 500 मीटर दूरी पर ही लखनऊ पुलिस की बैरिकेडिंग लगी हुई है. यहां तैनात पीएसी के जवान आने जाने वालों पर नजर रख रही है. उनकी गाड़ियों की तलाशी की जा रही है. तलाशी इस बात कि कहीं गाड़ी में कोई बैनर, पोस्टर तो नहीं रखा हुआ है. गाड़ी की तलाशी होने के बाद ही पुलिस गाड़ी को आगे जाने देने की अनुमति दे रही है.
मॉल के एंट्री गेट पहुंचते ही पुलिस रख रही नजर
मॉल के करीब पहुंचते ही यहां आने वालों को फिर से गेट पर पुलिस व मॉल के निजी सुरक्षाकर्मियों का सामना करना पड़ रहा है. पुलिस यहां आने वाले संदिग्ध युवाओं के आधार कार्ड मांग रही है. लुलु मॉल के हर एंट्री गेट में 10 पुलिसकर्मी तैनात है. इनके पास बॉडी वॉर्न कैमरा है, जो सभी क्रियाकलापों को रिकॉर्ड कर रहा है. इनके साथ 5 निजी गार्ड भी मोर्चा संभाले हैं. हर आने जाने वालों पर नजर रखे हुए है. संदिग्ध लगने या फिर संदिग्ध एक्टिविटी होने पर उनसे पूछताछ की जा रही है.
लुलु मॉल में मौजूदा समय घूमने जाने के लिए दो नहीं बल्कि सुरक्षा का तीसरा पड़ाव भी पार करना पड़ रहा है. गेट के बाद मॉल में जाते ही 20 पुरुष व महिला पुलिस कर्मी सुरक्षा में तैनात है. ये पुलिसकर्मी उन लोगों पर नजर रखे हुए है. जो मॉल के अंदर डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर से होकर गुजर रहे हैं. यही नहीं ये सभी मॉल के आस पास होने वाली हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं.