लखनऊ :भारतीय जनता पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर हर स्तर पर रणनीति बना रही है. एक तरफ जहां हारी हुई लोकसभा सीटों को जीतने के लिए पार्टी ने कई स्तर पर तैयारी की है, वहीं पार्टी के जो मौजूदा सांसद हैं, उनके बारे में भी गोपनीय जांच कराने का फैसला किया है. इस जांच और रिपोर्ट कार्ड के आधार पर ही उन्हें टिकट दिया जाएगा. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से लेकर अन्य कई संगठनों से भी रिपोर्ट मांगी गई है.
दरअसल 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है. यही कारण है भारतीय जनता पार्टी के जो सांसद हैं उनके कामकाज और जनता में उनकी लोकप्रियता के आधार पर टिकट दिया जाएगा. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने में कौन-कौन से सांसद सफल हुए हैं, उनकी परफॉर्मेंस कैसी है, ऐसी तमाम जानकारियों को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने सांसदों की रिपोर्ट कार्ड तैयार करने का फैसला किया है.
सूत्रों का दावा है कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने सभी सांसदों के अलावा सहयोगी दलों के सांसदों के बारे में भी पड़ताल कराने का फैसला किया है. जिससे 2024 के चुनाव में उन्हें टिकट दिया जा सके. इसके साथ ही 14 लोकसभा क्षेत्रों में नेताओं के बारे में भी फीडबैक जुटाने का फैसला किया गया है, जिन्हें पूर्व में प्रत्याशी बनाया गया था या उस जिले से संबंधित अन्य नेता हैं, उनके जातीय समीकरण को देखते हुए उनके उम्मीदवार बनाए जाने पर चुनाव जीतने की स्थिति क्या रहेगी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे के आधार पर उन नेताओं को टिकट दिया जाता है तो क्या स्थिति होने वाली है, ऐसे तमाम बिंदुओं को ध्यान में रखकर रिपोर्ट तैयार कराने का फैसला लिया गया है.