लखनऊ: लखनऊ पुलिस कमिश्नर को सूचना मिली कि ट्रेन संख्या 14015 सद्भावना एक्सप्रेस से तीन बालिकाओं को तस्करी के लिए ले जाया जा रहा है. इसके बाद जीआरपी पुलिस और नाका कोतवाली पुलिस ने तीनों बालिकाओं को सकुशल बरामद कर लिया.
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के माध्यम से पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को अवगत कराया गया कि ट्रेन संख्या 14015 सद्भावना एक्सप्रेस में जान मोहम्मद व मोहम्मद हाशिम 3 बालिकाओं को तस्करी के लिए ले जा रहाे हैं. NCPCR को इसकी जानकारी मुक्ति मिशन फाउंडेशन के निदेशक वीरेंद्र कुमार तथा AHTU SSB बेटिहा बिहार के नोडल इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा ने दी. बालिकाओं को रेसक्यू करने के लिए NCPCR द्वारा चाइल्ड लाइन लखनऊ को सहायक के रूप में आने को कहा गया.
चाइल्ड लाइन ने रेलवे चाइल्ड लाइन के साथ जीआरपी पुलिस और थाना नाका हिंडोला प्रभारी को सूचना दी. 14 फरवरी शाम को 6:45 पर ट्रेन 7 नंबर प्लेटफॉर्म पर आ गई. स्लीपर क्लास बोगी एस-2, एस-4, एस-6, एस-7 को संयुक्त टीम ने चेक किया. इसमें 3 बालिकाएं रेस्क्यू की गई. दो बालिकाएं मोतीहारी बिहार की और एक बालिका हरदोई जिले की थी.
बालिकाओं की शादी कराकर हरदोई जिले ले जा रहे थे. अभियुक्तों को भी पकड़ लिया गया है. इनके साथ 17 और लोग भी थे. इनमें दो युवक ऐसे भी थे जो विवाह के लिए बिहार गए थे, लेकिन उनका विवाह रोक दिया गया, क्योंकि बालिकाएं शादी के लिए तैयार नहीं हुईं. रेस्क्यू कराई गई बालिकाओं में से एक ने बताया कि उसकी शादी 3 दिन के अंदर ही तय कर दी गई है. दूसरी ने बताया कि एक महीने पहले उसकी शादी तय की गई और 11 फरवरी को की गई.