लखनऊ: राजधानी लखनऊ में नगर निगम गृहकर के बड़े बकायेदारों के खिलाफ अभियान चला रही है. इसी के तहत शनिवार को पुराने लखनऊ के चौक काली जी वार्ड समेत हैदरगंज द्वितीय वार्ड में निगम ने अभियान चलाया. इस दौरान निगम की राजस्व विभाग की टीम ने गृहकर का भुगतान नहीं करने पर तीन भवनों को सील कर दिया.
नोटिस के बाद भी नहीं जमा कर रहे थे बकाया
शनिवार को जोनल अधिकारी जोन छह अम्बी बिष्ट व कर अधीक्षक चंद्र शेखर यादव के नेतृत्व में अभियान चलाया गया. चौक गोल दरवाजा के पास भवन संख्या 310/033 के भवन स्वामी गिरीजा शंकर पांडेय पर 4 लाख 89 हजार रुपये बकाया था. इसके अतिरिक्त चौक रोड आरिफ आशियाना के स्वामी मोहम्मद आरिफ पर 2 लाख 12 हजार 964 रुपये व भवन संख्या 332/136 के स्वामी अहमद हसन पर 3 लाख 17 हजार 376 रुपये लंबे समय से गृहकर बकाया था. बकाया नहीं जमा करने पर इन भवनों को निगम ने सील कर दिया.
21.95 लाख रुपये के बकाए पर मुनादी
आई बी फिलिंग स्टेशन भवन पर 21 लाख 95 हजार 086 रुपये, ज्ञानेंद्र के भवन पर 2 लाख 9 हजार 712 रुपये, रमाशंकर चौरसिया के भवन पर 15 लाख 12 हजार 989 रुपये समेत सुशीला महेश्वरी के भवन पर 8 लाख 14 हजार 126 रुपये गृहकर के रुप में बकाया है. टीम ने भवन मालिकों को जल्द बकाया जमा करने की चेतावनी दी है. इस दौरान निरीक्षक अनलीब जेहरा, आजाद अहमद व मोहम्मद शुएब मौजूद रहें.
शराब की दुकानों से वसूला गया लाइसेंस शुल्क
नगर निगम के केंद्रीयत लाइसेंस विभाग द्वारा शराब के मदों में वसूली अभियान चलाकर लाइसेंस शुल्क की वसूली की गई. मुख्य कर निर्धारण अधिकारी महातम यादव ने बताया कि देशी शराब की पांच दुकानों से डेढ़ लाख रुपये, अंग्रेजी शराब की एक दुकान से 55 हजार व बार से 50 हजार रुपये की वसूली की गई.