लखनऊ: यूपी ATS ने रोहिंग्या कनेक्शन के जरिए मानव तस्करी का भंडाफोड़ किया है. एडीजी कानून व्यवस्था के मुताबिक, यूपी ATS ने एक बंगलादेशी समेत दो म्यांमार के रहने वाले रोहिंग्याओं को दिल्ली-एनसीआर के गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से किया गिरफ्तार किया है. आरोप है कि तीनों ही मानव तस्करी में लिप्त थे. इसके साथ ही एटीएस की टीम ने विदेश भेजी जा रहीं 2 लड़कियां भी बरामद की हैं. पकड़ी गईं लड़कियों की उम्र 16 से 18 वर्ष बताई गई है. दोनों लड़कियों को आशा ज्योति केंद्र लखनऊ को सौंप दिया गया. एटीएस की गिरफ्त में आए तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेशकर पूछताछ के लिए कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए अर्जी दी जाएगी.
ADG ला एंड आर्डर प्रशांत कुमार (adg law and order prashant kumar) ने बताया कि यूपी एटीएस की जांच में पता चला है कि लड़कियों को फर्जी पासपोर्ट के जरिए मलेशिया भेजा जा रहा था. रोहिंग्या कनेक्शन में महिला तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ हो गया. इस मामले में एटीएस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान मोहम्मद नूर उर्स नुरुल इस्लाम, निवासी काश बाजार बांग्लादेश, रहमतुल्ला निवासी मंगलू म्यांमार शफीउल्लाह निवासी मोंगडू म्यामार है.
रोहिंग्या महिलाओं को दिल्ली-एनसीआर में बेचने लाए थे आरोपी
बांग्लादेशी व म्यांमार के अपराधी रोहिंग्या के परिवार की महिलाओं को निशाना बना रहे हैं. इन्हें रोजगार का झांसा देकर भारत लाते हैं. फिर, उनके कूटरचित प्रपत्र तैयार कराकर उन्हें भारत के विभिन्न राज्यों एवं एनसीआर क्षेत्र नोएडा, गाजियाबाद-दिल्ली में बसाते हैं और फिर मोटी रकम लेकर बेच देते हैं. ये खुलासा यूपी एटीएस ने बांग्लादेशी व म्यांमार के तीन नागरिकों को गिरफ्तार कर किया तो मानव तस्करी का यह नया गिरोह सामने आया. मोहम्मद नूर इनका गैंग लीडर है. यह यहां पर मानव तस्करी कर रहे थे. एटीएस की छानबीन में पता चला कि तीनो ने भारतीय दस्तावेजों के सहारे कई विदेश यात्राएं भी की हैं.
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कड़ाई से पूछताछ में आरोपियों ने रोहिंग्या महिलाओं को विदेश ले जाकर बेंचने की बात भी कुबूली है. पिछले दिनों UP ATS ने तीन महिलाओं के बारे में जानकारी दी है, जिन्हें देहव्यापार के लिए मलेशिया में बेचा गया था. आईजी एटीएस जीके गोस्वामी का कहना है कि और कितनी महिलाएं इस गैंग के जरिये मानव तस्करी की शिकार हुई हैं. इसका पता लगाया जा रहा है. आईजी एटीएस का कहना है यह मानव तस्कर ऐसे पीड़ित व्यक्तियों महिला और बच्चों का आर्थिक शारीरिक व मानसिक शोषण करते हैं, जो कमजोर और असहाय होते हैं. इसके जरिए यह धन अर्जित भी करते हैं. इसमें अपने धन का आदान-प्रदान भी होता है.
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ADG कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि अवैध रूप से यूपी में घुसपैठ कर रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों की जानकारी पर ATS अलर्ट थी. रविवार को सूचना मिली कि कुछ रोहिंग्या मयम्मार की सीमा से घुसकर ट्रेन पकड़कर दिल्ली के रास्ते यूपी में दाखिल होने वाले हैं. इनके साथ महिलाएं भी हैं. इस पर सर्च ऑपरेशन चलाकर गाजियाबाद स्टेशन पर ब्रह्मपुत्र मेल से 6 संदिग्धों को उतारकर पूछताछ की गई. पूछताछ में पता चला कि बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद नूर उर्फ नुरुल इस्लाम अपने दो साथियों म्यांमार निवासी रहमतुल्लाह और शबीउर्रहमान के साथ मिलकर दो रोहिंग्या लड़कियों और एक युवक को बेचने के लिए लेकर आ रहे थे.
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त्रिपुरा के रास्ते कर रहे मानव तस्करी
ATS की अब तक की पड़ताल में सामने आया कि नुरुल इस्लाम गैंग का सरगना है. वह त्रिपुरा के सेपहिजिला में रहता है. रहमतुल्लाह और शबीउर्रहमान मयम्मार के मोंगडुं निवासी हैं. दोनों जम्मू कश्मीर के नेरवाल स्थित रोहिंग्या कैम्प में लंबे समय से रह रहे हैं. इनका एक साथी फरार है, जिसकी तलाश चल रही है. यह गिरोह बांग्लादेश से विस्थापित महिलाओं और युवकों की विदेशों तक तस्करी करता है.